प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। पूरे देश में इन दिनों कोरोना वायरस की दहशत है, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कोरोना से ज्यादा खतरनाक तंबाकू का इस्तेमाल है। भारत में अब तक कोरोना के तकरीबन 175 मामले सामने आए हैं, लेकिन इससे बीस गुना ज्यादा लोग देश में हर रोज मौत का शिकार होते हैं।



भारत में तंबाकू के इस्तेमाल से होने वाली कैंसर व दूसरी बीमारियों की चपेट में आकर हर रोज साढ़े तीन हजार से अधिक लोग मौत का शिकार होते हैं। साल का यह आंकड़ा तकरीबन साढ़े तेरह लाख मौतों का है। कैंसर विशेषज्ञों व तंबाकू से बचाव के लिए जागरूक करने वाली संस्थाओं का कहना है कि सबसे ज्यादा लोग कैंसर की बीमारी से मरते हैं। विशेषज्ञों ने सरकार से तंबाकू की बिक्री और इस्तेमाल पर पाबंदी लगाए जाने और कोरोना की तरह ही तंबाकू को लेकर भी जागरूकता अभियान चलाए जाने की अपील की है।



प्रयागराज की नामचीन कैंसर विशेषज्ञ व इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डा. राधारानी घोष और हेल्थ फाउंडेशन संस्था की डायरेक्टर आशिमा सरीन के मुताबिक तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अकेले यूपी में हर रोज तकरीबन साढ़े आठ सौ नये लोग तंबाकू का इस्तेमाल शुरू करते हैं। इनमे बड़ी संख्या युवाओं की होती है।



तंबाकू सिर्फ सीधे तौर पर या पान के साथ ही खतरनाक नहीं होती, बल्कि यह पान मसाला, गुटखे, सिगरेट व बीड़ी के इस्तेमाल में भी जानलेवा होता है। तंबाकू के सेवन से कैंसर के साथ ही कई दूसरी जानलेवा बीमारियां भी होती हैं।



डा. घोष और आशिमा के मुताबिक यूपी में तकरीबन साढ़े आठ करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। इनका दावा है कि प्रयागराज मंडल के चार जिलों में तकरीबन 34 लाख लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। मंडल में हर साल 12 हजार मौतें तंबाकू के नशे की लत की वजह से होती हैं। इनका कहना है कि डॉक्टर्स और स्वयंसेवी संस्थाएं अब खुद भी पुलिस की मदद से लोगों को तंबाकू का इस्तेमाल नहीं करने के लिए जागरूक करेंगी।