कानपुर के बाजारों से गायब चाइनीज राखियां, कार्टून कैरेक्टर की राखियों पर आया बच्चों का दिल
रक्षाबंधन पर बाजार रंग बिरंगी राखियों से गुलजार हैं. कानपुर के बाजारों से चाइनीज राखियां गायब हैं लेकिन बच्चों को लुभाने वाली मोटू- पतलू, डोरेमोन पोकेमोन और छोटा भीम की राखियां जमकर बिक रही हैं.
कानपुरः रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्योहार है. रक्षाबंधन पर बाजार रंग बिरंगी राखियों से गुलजार हैं. अनुमान के मुताबिक कानपुर के बाजार में 10 करोड़ से ज्यादा की राखियां बिक चुकी है और बहने अब भाइयों की कलाई में रंग-बिरंगी राखियां बांधने को तैयार हैं. कानपुर के बाजारों से चाइनीज राखियां गायब हैं लेकिन बच्चों को लुभाने वाली मोटू- पतलू, डोरेमोन पोकेमोन और छोटा भीम की राखियां जमकर बिक रही हैं.
चाइनीज सामानों से गुलजार होने वाले भारतीय त्योहार के बीच रक्षाबंधन के त्योहार पर बाजारों से चाइनीज राखियां गायब है. भाई और बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन के त्यौहार में इस बार बाजार गुलजार दिख रहे हैं. रंग-बिरंगी राखियां बहनों को खूब आकर्षित कर रही हैं और बहने भी अपने भाइयों की कलाई में रंग बिरंगी राखी सजाने के लिए कोलकाता और दिल्ली से आई विशेष राखियों की परख करके उन्हें घर ले जा रही हैं.
बच्चों को पसंद आ रही कार्टून करैक्टर वाली राखियां
इस बार रक्षाबंधन के मौके पर व्यापारियों ने चाइनीज राखियों से तौबा कर रखी है. एक अनुमान के मुताबिक कानपुर शहर में करीब 10 करोड़ रुपये की राखियां बेची जा चुकी हैं. इस बार कोलकाता और दिल्ली मेड राखियां बाजारों में छाई हुई है लेकिन बच्चों के लिए विशेष राखियां इस बार भी बड़ी धूम मचा रही हैं. कार्टून करैक्टर वाली राखियां बच्चों को काफी ज्यादा भा रही हैं. डोरेमोन, पोकेमोन छोटा, भीम, पबजी और मोटू पतलू की राखियां खूब बिक रही हैं.
लोग जमकर कर रहे शॉपिंग
दरअसल, रक्षाबंधन का त्योहार ऐसे वक्त पर पड़ रहा है जब कोरोना के मामले बेहद कम हो चुके हैं. राज्य सरकार ने भी बड़ी राहत देते हुए रविवार की बन्दी को भी खत्म कर दिया है. ऐसे में लोग भी जमकर शॉपिंग करने निकल रहे हैं.
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