Ayodhya News: राम की नगरी अयोध्या में आपका स्वागत है यह आमंत्रण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट लोगों को राम नवमी के अवसर पर अयोध्या आने के लिए दे रहा है. ट्रस्ट ना सिर्फ इसके लिए आमंत्रण दे रहा है बल्कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय यहां तक कहते हैं इस बार कोरोना वायरस का कोई भय नहीं है. मैं हाथ जोड़कर जनता से विनती करता हूं कि अयोध्या में आकर भगवान श्री राम का जन्मोत्सव मनाएं.
अब सवाल यह है की रामनवमी के दिन मनाए जाने वाले राम जन्मोत्सव को लेकर अयोध्या में इस बार कैसी तैयारी है क्या कुछ खास है? राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा लोगों को इस तरह आमंत्रित करने के मायने क्या हैं? जानिए इस पूरी रिपोर्ट में...
10 से 15 लाख लोग रामनवमी पर अयोध्या आएंगे- चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि 2 साल तो कोरोनावायरस का दौर था. देश के लिए बहुत गंभीर समय था, लेकिन अब कोरोनावायरस का कोई भय नहीं है. इसलिए हाथ जोड़कर जनता से विनती करते हैं कि अयोध्या आएं और भगवान श्री राम का जन्मोत्सव मनाएं. इसके लिए भगवान के भोग का प्रसाद भी मिलेगा और एक बार फिर कोरोनावायरस के पहले के दौर में जब 10 से 15 लाख लोग रामनवमी पर अयोध्या आते थे वैसा ही दृश्य दिखाई देगा.
जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने पूरी तैयारी कर ली है
चंपत राय ने कहा कि देश के लिए पिछले 2 वर्ष बहुत गंभीर थे. भगवान की कृपा है कि इस बार कोरोनावायरस का कोई भय नहीं है और मैं हाथ जोड़कर जनता से विनती कर सकता हूं. अयोध्या में आकर भगवान राम का जन्मउत्सव मनाएं 10 से 15 लाख लोग अयोध्या में सदैव आते रहे हैं. ऐसा दृश्य एक बार फिर से अयोध्या में बने और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र भगवान के जन्मोत्सव का प्रसाद सबको मिले उसके लिए पूरी तैयारी कर रहा है.
जन्मोत्सव मनाने के लिए तौयारियां की गईं
अस्थाई मंदिर में विराजमान रामलला का जन्मोत्सव मनाने के लिए इस बार तौयारियां की गई हैं. इस बार नवरात्र के पहले दिन चांदी के कलश की स्थापना होगी, नौ ग्रह की पूजा होगी, सभी देवी देवताओं का आह्वान होगा और 9 दिन तक विधि विधान के साथ पूजा-आराधना होगी. अस्थाई मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा, रामलला को नए वस्त्र पहनाए जाएंगे. भांति-भांति के श्रृंगार किए जाएंगे 56 भोग परोसे जाएंगे. यही नहीं पहली बार भगवान को भोग लगाए गए पकवानों को श्रद्धालुओं में भी वितरित किया जाएगा.
इस बार की रामनवमी भव्य होगी- मुख्य पुजारी
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा कि इस वर्ष की जो रामनवमी मनाई जाएगी बहुत भव्य होगी. पहले तो कलश की स्थापना होगा पूजन होगा नवग्रह का पूजन होगा, साथ ही साथ सभी देवी देवताओं का आह्वान किया जाएगा और विधि विधान से उनकी पूजा 9 दिन चलती रहेगी. इसके बाद जो अस्थाई मंदिर है जहां पर भगवान राम विराजमान है उसको पूर्णतया सजाया जाएगा और सजाने के साथ-साथ फूलों से और विधि विधान से सजाने के बाद जो उसका दृश्य होगा वह अपने आप में अद्वितीय होगा.
9 दिन का अनुष्ठान चलेगा
साथ ही साथ 9 दिन का अनुष्ठान चलेगा और इसी के बीच में इस वर्ष के पहले तो केवल तीन प्रकार की पंजीरी बना कर पंचामृत बना करके फलों और मिष्ठान से रामनवमी मनाई जाती थी. लेकिन इस वर्ष 56 प्रकार के भोग लगेंगे और यह भोग अधिक से अधिक बनेंगे जिससे आने वाले दर्शनार्थियों को वितरित किया जा सके. 56 प्रकार के भोग में जितने भी मिष्ठान हैं सूखा मेवा उसके साथ जोड़े जाएंगे और तीन प्रकार की जो पंजीरी बनती आई है उसमें रामदाना का सिंघाड़े के आटे का धनिया के आटा का बनेगा.
सारे तीर्थ आएंगे भगवान राम के दर्शन करने
जो पंचामृत बनेगा यह सब चीज का भोग उस समय लगेगा जब भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा जिसे रामनवमी कहते हैं. जन्मोत्सव के दिन सारे शास्त्रों में वर्णन है जै दिन राम जन्म सूत गावे तै दिन तीरथ सकल तंहा तिन आवै वहां सारे तीर्थ भी आएंगे मानव के रूप में आकर के भगवान श्री राम लला का भव्य दिव्य जन्मोत्सव है उसको देखेंगे इसलिए इस बार इतनी भव्यता देखने लायक होगी बहुत ही आकर्षक होगी.
दर्शन करने का समय बढ़ाया गया
चंपत राय ने कहा, इस बार भगवान श्रीराम की दर्शन की अवधि श्री राम नवमी पर बढ़ाई जाएगी अभी तक दर्शन प्रातः 7:00 बजे से 11:00 बजे तक दोपहर 2:00 से 6:00 तक प्रवेश होता था. रामनवमी पर इस अवधि को बढ़ाया जाएगा श्रद्धालुओं की संख्या के कारण ही बढ़ेगा. हमें उम्मीद है 10 से 15 लाख श्रद्धालु यहां आखिर के 3 दिन 8 अप्रैल 9 अप्रैल और 10 अप्रैल रहेंगे ऐसा हमारा भरोसा है.
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