प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। प्रयागराज पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाए जाने के मामले में समाजवादी पार्टी की पूर्व प्रवक्ता और इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी की छात्रसंघ अध्यक्ष रही ऋचा सिंह समेत चार लोगों के के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
इन सभी के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन और आईटी एक्ट के तहत शहर की कर्नलगंज कोतवाली में केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इनके मैसेज के कारण रैवार को बस अड्डे पर हजारों की भीड़ इकठ्ठा हो गई थी। इससे वहां अफरातफरी मच गई थी और हालात संभालने के लिए पुलिस -प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। पुलिस ने ऋचा सिंह के साथ ही सपा नेता नेहा यादव, अखिलेश और अदनान को भी नामजद किया है।
आरोप है कि ऋचा सिंह समेत सपा के कुछ नेताओं ने शनिवार को फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखा था कि रविवार सुबह 6 बजे से आजमगढ़ और अन्य जिलों में जाने के लिए बस मिलेगी। बसें प्रयागराज के सिविल लाइंस बस स्टेशन से मिलेंगी। इस मैसेज की वजह से हजारों की संख्या में लोग रविवार को सिविल लाइंस बस स्टेशन पहुंच गए थे।
लॉकडाउन से शहर में फंसे ये लोग अपने घर पहुंचना चाहते थे। शनिवार देर रात जब मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो मीडिया सेल के माध्यम से इसका खंडन किया गया, लेकिन रविवार सुबह लोग बस अड्डे पर जुट गए थे। जिससे पुलिस और प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा था। लॉकडाउन में बाहर निकलने से बचने की बजाय लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस अधिकारियों के आदेश पर कर्नलगंज पुलिस ने इन चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक जांच के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ आरोपी सपा नेताओं ने सफाई पेश करते हुए कहा है कि उन्होंने बसों के मैसेज को फारवर्ड भर किया था। ये मैसेज पहले से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। प्रयागराज में इससे पहले एमआईएम के नेता मंसूर आलम को भी अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।