वाराणसी, एबीपी गंगा: एसटीएफ ने आईपीएल क्रिकेट मैच में चल रही सट्टेबाजी पर काबू पाने के लिए प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी और धरपकड़ का अभियान चलाया है। कानपुर में सट्टेबाजी गिरोह का सरगना जितेन्द्र उर्फ जीतू, आशीष, सुमित, मोहित और हिमांशु को गिरफ्तार किया गया। गिरोह के सदस्यों से पूछताछ के बाद बनारस में भी कार्रवाई की गई। बनारस में हुई कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने अशोक सिंह, सुनील पाल व विक्की खान नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए आरोपियों के पास से टीम ने  27.75 लाख रुपए नगद, मोबाइल फोन व अन्य उपकरण बरामद किए हैं।


विदेशी मुद्रा बरामद


कानपुर से गिरफ्त में आए आरोपियों के पास से एसटीएफ की टीम ने 2.75 लाख रुपये, 5 लैपटॉप, 3 स्मार्ट टीवी,  मोबाइल फोन सहित विदेशी मुद्रा भी बरामद की गई है। कानपुर में ही दो ऑनलाइन बेटिंग बॉक्स भी मिले जिनमें हर बॉक्स से से 10-10 बुकी एक साथ ऑनलाइन बेटिंग करते है। बॉक्स में माइक और स्पीकर की भी व्यवस्था है। बातचीत रिकॉर्ड करने का भी इंतजाम है। बेटिंग विवाद की दशा में रिकॉर्डिंग सुनाकर विवाद सुलझाते हैं।


दुबई से जुड़े तार


कानपुर में छापेमारी के दौरान मौके से फरार सट्टेबाज अजय सिंह वाराणसी के सुंदरपुर का रहने वाला है। उसी की सरपरस्ती में वाराणसी में सट्टेबाजी का बड़ा रैकेट चल रहा था। जीतू के मध्यम से 20 से ज्यादा बुकी ऑनलाइन बेटिंग करते थे। रायपुर, अजमेर, जयपुर, मुंबई, दिल्ली से लेकर दुबई तक के बुकी से जीतू के कनेक्शन हैं।


काली कमाई प्रॉपर्टी में खपाई


कानपुर, लखनऊ, फतेहपुर, वाराणसी, प्रयागराज समेत कई अन्य जिलों में जगह बदल कर सट्टेबाजी की जा रही है। सट्टेबाजी के पैसों का हवाला के माध्यम से लेनदेन होता था। एसटीएफ के अनुसार, इस गिरोह के सरगना जीतू ने दुबई में रहकर कई साल तक ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम किया है। नाजायज कमाई से जीतू ने मुंबई, कानपुर ,लखनऊ, फतेहपुर में कई मकान बना लिए हैं।