बुलंदशहर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से खौफनाक वारदात सामने आई है। दो बच्चियों समेत तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शवों को धतूरी गांव के जंगल में एक ट्यूबवेल की हौज में डाल दिया। इस जघन्य  घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। तीन बच्चों की हत्या से परिजनों में कोहराम मच गया।


चार टीमें गठित


दरअसल, रोजा इफ्तार पार्टी में न बुलाने से आक्रोशित रिश्ते के ममेरे भाई ने तीन बच्चों को अगवा कर लिया और फिर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं हत्या के बाद तीनों के शव धतूरी गांव में एक ट्यूबवेल की हौज में डाल दिया। इस प्रकरण पर एसएसपी ने लापरवाही पर नगर कोतवाल व मुंशी को निलंबित कर दिया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं।


गायब हो गए बच्चे


फैसलाबाद में शुक्रवार शाम आयोजित इफ्तार के लिए कुछ रिश्तेदार पहुंचे हुए थे। इफ्तार के बाद बच्चे घर के बाहर ही खेल रहे थे। रात दस बजे हाफिज की आठ वर्षीय बेटी अलीबा, आलम की सात वर्षीय बेटी आसमा व हसीन का आठ वर्षीय बेटा अब्दुल अचानक लापता हो गए। परिवार के लोगों ने रिश्तेदारों व आसपास बच्चों की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद रात में परिजनों ने बच्चों की गुमशुदगी की सूचना नगर कोतवाली में लिखित रूप से दे दी, लेकिन थाने के मुंशी ने सूचना को अधिकारियों को देने के बजाए दबा दिया।


 


मिला बच्चों का शव


शनिवार सुबह तीनों बच्चों के शव घर से सात किलोमीटर दूर धतूरी गांव के एक ट्यूववेल की हौज में लहुलूहान अवस्था में पड़े मिले। परिजनों में कोहराम मच गया और अधिकारी सकते में आ गए। आनन-फानन में पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। बाद में तीनों मृतकों की पहचान बुलंदशहर के मोहल्ला फैसलाबाद निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तीनों को दो-दो गोलियां मारी गई हैं। पुलिस जांच में जुटी है।


लापरवाही की मिली सजा


मामले में पुलिस के आलाधिकारियों ने बताया कि पीड़ित परिवार के यहां शुक्रवार को रोजा इफ्तार की पार्टी थी। परिवार ने रिश्ते के ममेरे भाई सलमान को नहीं बुलाया। इसी से आक्रोशित सलमान ने एक साथी के साथ मिलकर तीनों बच्चों को अगवा कर लिया और गोली मारकर हत्या कर दी। एसएसपी ने बताया कि जांच में नगर कोतवाल ध्रुव भूषण व कोतवाली के मुंशी अशोक की लापरवाही सामने आई है। दोनों को निलंबित कर दिया गया है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।



9 से 11 साल के बच्चे


तीनों मृतकों की आयु 9 से 11 साल के बीच है। मृतकों की पहचान आसमा, अलीमा और अब्दुल्ला के रूप में हुई है। तीनों पड़ोसी थे। तीनों शुक्रवार की रात 10 बजे से गायब हो गए थे। परिजनों ने रात में ही पुलिस को सूचना भी दी थी। आरोप है कि बच्चों को खोजने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। इस मामले में एसएसपी ने इंस्पेक्टर सिटी कोतवाली और मुंशी को निलंबित कर दिया है।


सीसीटीवी में दिखे बच्चे


पुलिस ने पीड़ित परिवार के घर के आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेजे खंगाली तो बच्चे साढ़े नौ बजे तक घर के बाहर खेलते हुए दिखाई दिए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि रात करीब 9.45 बजे तीनों बच्चों को एक बाइक पर तीन युवकों को ले जाते हुए देखा गया था।