यूपी: पंचायत चुनाव में मिली हार पर बीजेपी ने किया मंथन, सामने आए ये तीन कारण
यूपी में पंचायत चुनाव में मिली हार पर बीजेपी नेताओं ने एक बैठक के दौरान मंथन किया. बैठक में बीजेपी नेताओं ने हार पर चर्चा की. इस दौरान बीजेपी की हार के तीन कारण सामने निकलकर आए.
लखनऊ. यूपी में पंचायत चुनाव मिली हार को लेकर बीजेपी में मंथन हुआ है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पंचायत चुनाव की समीक्षा बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, महामंत्री संगठन सुनील बंसल, क्षेत्रीय अध्यक्ष और पंचायत चुनाव से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान पंचायत चुनाव में पार्टी को मिली हार को लेकर मंथन किया गया. मंथन में बीजेपी की हार के तीन कारण सामने निकलकर आए.
ये तीन कारण हैं-
- कोरोना के चलते जनप्रतिनिधि प्रत्याशियों के प्रचार में नहीं निकल पाए इसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ा
- ग्राम प्रधान के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव एक साथ होने से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा
- पार्टी का जो ग्रास रूट वर्कर था, वह अपने चुनाव में प्रधानी बीडीसी में लगा रहा, जिसके चलते जिला पंचायत वार्ड के उम्मीदवार के प्रचार में सक्रियता नहीं दिखा पाए.
इसके अलावा बैठक में कुछ क्षेत्रीय अध्यक्षों ने इस बात पर भी जोर दिया कि कहीं ना कहीं अति आत्मविश्वास की वजह से भी नुकसान उठाना पड़ा है. क्योंकि कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों को लग रहा था की सरकार होने का फायदा मिलेगा और इसलिए कई जगहों पर उम्मीदवारों ने चुनाव को हल्के में लिया जिसका नतीजा यह हुआ कि चुनाव में हार मिली.
इस वजह से खुश है बीजेपी!
हालांकि बैठक में इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की गई कि ग्राम प्रधान के पद पर ज्यादातर गांव में बीजेपी के सामान्य कार्यकर्ताओं ने जीत हासिल की है. इसका फायदा पार्टी को अगले साल होने वाले विधान परिषद चुनाव में जरूर मिलेगा.
इस रणनीति पर होगा काम
बीजेपी ने यह भी रणनीति तय की है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की जा सके. अब पार्टी पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के उम्मीदवारों का चयन करेगी और उसके बाद प्रदेश के 826 ब्लॉक में होने वाले ब्लॉक प्रमुख के पद पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा बाद में की जाएगी.
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