मथुरा: लाख दावे करने वाली नगर निगम की लापरवाही की पोल बरसात ने खोल कर रख दी है. मंगलवार रात बरसात के कारण उफन रहे 12 फीट गहरे नाले में बाइक सवार तीन दोस्त डूब गए थे, जहां स्थानीय लोगों ने एक को बाहर निकाल लिया जबकि बुधवार सुबह 10 घंटे चले दमकल कर्मियों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दो युवकों के शवों को बरामद करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.


नाले में डूबने से दो युवकों की मौत


मथुरा शहर के प्रमुख शिक्षण संस्थान के.आर.डिग्री कालेज के निकट स्थित कैलाश नगर स्थित वर्षा के कारण उफन रहे नाले में मंगलवार की रात्रि करीब 8 बजे तीन बाइक सवार जतिन, अरमान निवासी मुरसदपुर सदर बाजार व अन्य सड़क पर बह रहे पानी के कारण नाले का पता ना चलने पर बाइक सहित 12 फीट गहरे नाले में डूब गए तो वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने मुरसद को बचा लिया, लेकिन युवक घबराकर वहां से भाग निकला. सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस एवं दमकल कर्मियों के रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चलाया जिसके बाद बुधवार की सुबह करीब साढ़े 7 बजे घटनास्थल से करीब 20 फुट दूर अरमान पुत्र इशाक खां निवासी जहरखाना मौहल्ला थाना सदर बाजार का शव नाले में मिला जिसे बाहर निकाला गया.


टीम द्वारा बुधवार करीब साढ़े सात बजे जतिन खत्री पुत्र प्रेम प्रकाश खत्री निवासी जमुना बाग सदर बाजार का शव नाले में मिला, जिसे बाहर निकाल लिया. पुलिस ने दोनों के परिवारीजनों को सूचना देते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.


तीनों की उम्र 19 से 20 वर्ष की


पुलिस के अनुसार बाइक प्रेम प्रकाश खत्री निवासी सदर बाजार मथुरा निवासी उनके बहनोई के पास रहती है. पंजीकरण के आधार पर रात्रि में जतिन के परिजन यहां पहुंच गए थे. उन्होंने बताया जतिन अपने साथियों के साथ चाय की पत्ती लेने को कहकर निकला था. दोनों के शवों को पोस्टमार्टम गृह भेजा गया है. तीनों युवकों की उम्र 19-20 वर्ष की है, एक साथी जिसे बचाया गया था उसका पता नहीं चल रहा है. 


नगर निगम की लापरवाही


कैलाश नगर की जनता का कहना है कि, इस घटना के लिए नगर निगम की लापरवाही जिम्मेदार है. सड़क के मोड़ पर सफाई के लिए नाले के स्लीपरों को हटाकर फिर से नहीं ढका गया, जिसमें बीते दिन दो साइकिल सवार युवक भी गिर चुके हैं, जिन्हें जनता ने बचा लिया, लेकिन साइकिल नाले में ही समा गई. अनेक बार खुले नाले को ढकने की शिकायत किए जाने के बाबजूद ही कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे दो युवकों की जान चली गई. स्थानीय पार्षद के मौके पर ना आने के कारण भी जनता में आक्रोश नजर आ रहा था.


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