UP ATS ने मानव तस्करी में शामिल रोहिंग्याओं के गैंग का किया खुलासा, 36 घंटे तक चला ऑपरेशन
यूपी एटीएस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर म्यांमार और बांग्लादेश से महिलाओं और बच्चों को अवैध रूप से भारत में लाकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.
UP ATS Busted Human Trafficking Gang: यूपी एटीएस ने मानव तस्करी करने वाले रोहिंग्याओं के अंतरराष्ट्रीय गैंग का खुलासा किया है. एटीएस ने मोहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम, रहमतुल्लाह और शबी उर रहमान उर्फ शबीउल्लाह को गिरफ्तार करके इनके कब्जे से तस्करी करके लाई गई दो किशोरियों को बरामद किया है. दोनों किशोरियां रोहिंग्या हैं, जिन्हें म्यामांर से बांग्लादेश के जरिए भारत और फिर यूपी लाया गया था. यहां दोनों किशोरियों का सौदा किया जाना था. फिलहाल, किशोरियों को आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया है. जबकि, पकड़े गए तीनों रोहिंग्या को कोर्ट में पेश करके जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.
महिलाओं और बच्चियों की तस्करी
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरोह का सरगना बांग्लादेश निवासी मोहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम है. नूरुल इस्लाम यहां त्रिपुरा में रह रहा था. वो मूलरूप से म्यांमार के और यहां जम्मू कश्मीर में रह रहे रहमतुल्लाह और म्यामांर के शबी उर रहमान उर्फ शबीउल्लाह के साथ मिलकर महिलाओं और बच्चियों की तस्करी करता था.
3 people arrested by UP ATS in connection with human trafficking of Rohingyas & Bangladeshi nationals.
— ANI UP (@ANINewsUP) July 27, 2021
ADG Law & Order Prashant Kr says, "6 people were apprehended, 3 of them were victims, including two females who appeared to be minors. Accused will be produced before Court." pic.twitter.com/B24TILQsKt
एटीएस को मिली खबर
एटीएस को इस बात की खबर मिली थी कि बांग्लादेश और म्यांमार की महिलाओं और बच्चों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी की जा रही है. जांच के दौरान ही पता चला कि नूरुल इस्लाम कुछ रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के साथ ब्रह्मपुत्र मेल से दिल्ली जा रहा है. एटीएस की टीम ने गाजियाबाद में ट्रेन रुकवा कर नूरुल इस्लाम और उसके साथ पांच अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया.
बच्चियों को आशा ज्योति केंद्र भेजा गया
मानव तस्करी की पुष्टि होने के बाद नूरुल और उसके साथी रहमतुल्लाह और शबी उर रहमान को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि, दोनों बच्चियों को नाबालिग होने के चलते आशा ज्योति केंद्र भेज दिया गया. पकड़े गए एक अन्य व्यक्ति की अपराध में भूमिका नहीं पाई गई इसलिए उसे छोड़ दिया गया.
महिलाओं-बच्चियों को देते थे शादी और तरक्की का झांसा
एडीजी ने बताया कि नूरुल इस्लाम म्यामांर के रोहिंग्या और बांग्लादेशी महिलाओं तथा बच्चियों को शादी और तरक्की का प्रलोभन देकर अपने साथ भारत लाता था. पुरुषों और बच्चों को भी भारत लाया जाता था जहां इन्हें विभिन्न फैक्ट्रियों में नौकरियां दिलाई जाती थी. पकड़े गए रोहिंग्याओं से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पूरा गिरोह म्यांमार और बांग्लादेश से आई महिलाओं और बच्चियों का शोषण भी करता था. ये लोग पुरुषों से रुपया वसूलते थे.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और एनसीआर में दिलाते थे रहने की जगह
एडीजी ने बताया कि गिरोह के सदस्य म्यांमार और बांग्लादेश से महिलाओं-पुरुषों और बच्चियों को लाकर उन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बरेली, नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर बसाते थे.
30 अधिकारियों ने 36 घंटे के ऑपरेशन से पाई सफलता
मानव तस्करी के गिरोह को पकड़ने के लिए यूपी एटीएस के 30 अधिकारी लगाए गए थे. इन अधिकारियों ने 36 घंटे से अधिक लगातार ऑपरेशन चलाकर नूरुल इस्लाम और उसके साथियों को गिरफ्तार किया. एटीएस अधिकारियों का कहना है कि गिरोह के एक सदस्य की तलाश की जा रही है. गिरोह के पास से मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बांग्लादेश की नागरिकता पहचान पत्र, एटीएम कार्ड, रेलवे टिकट, 5 बांग्लादेशी टका और 24480 रुपये नगद बरामद हुए हैं.
सोने की तस्करी में भी लिप्त हैं रोहिंग्या
एटीएस ने अलीगढ़ से रफीक और उसके भाई आमीन को गिरफ्तार किया था. दोनों के पास से 16 सोने के बिस्किट मिले थे. पूछताछ में खुलासा हुआ था कि रोहिंग्या सोने की तस्करी में भी लिप्त हैं.
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