Cloud Burst in Uttarkashi Uttarakhand: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. उत्तरकाशी में बीती रात हुई बारिश ने जिले में भारी तबाही मचाई है. मांडो और निराकोट के कनकेश्वर, घोड़ा देवता के टॉप पर बदल फटने से दोनों तरफ भारी तबाही मची है. तीन लोगों की मौत हुई है और तीन घायल हुए हैं. बादल फटने की वजह से दो दर्जन घर तबाह हो गए हैं.
जारी है रेस्क्यू अभियान
मांडो में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने दो महिलाओं और एक बच्ची का शव रात को तीन बजे बरामद किया था. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें रेस्क्यू अभियान चला रही है. वहीं, रात को मलबे में दबे एक बुजुर्ग को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. इसके अलावा भटवाड़ी विकासखंड के कंकराड़ी गांव में भी एक व्यक्ति के बहने की सूचना है. कई एकड़ जमीन तबाह हो गई है.
बादल फटने से हुई भारी तबाही
इतना ही भटवाड़ी ब्लॉक के मुस्टिक सौड़ के कंकराड़ी में बादल फटने दो मकान तबाह हो गए साथ ही एक व्यक्ति लापता हो गया. एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें लापता हुए शख्स की खोजबीन में जुटी हैं. गंगोत्री बद्रीनाथ केदारनाथ मोटर मार्ग पर बादल फटने से पुलिया बह गई. जिसकी वजह से टिहरी, प्रताप नगर, धोन्त्री और धनारी के क्षेत्र वासियों का पूरी तरह मुख्यालय से सम्पर्क कट गया हैं.
डीएम ने किया गांवों का दौरा
मांडों और कंकराड़ी में हुए नुकसान का जायजा लेने के साथ-साथ त्वरित राहत और बचाव के कार्य को लेकर डीएम मयूर दीक्षित ने कई गांवों का दौरा किया. उन्होंने बताया कि राहत और बचाव के अलावा रास्ते खोलने, बिजली बहाल करने का कार्य तीव्र गति से चल रहा है. राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवा से लेकर सभी सेवाएं और व्यवस्थाएं 24 घंटे चाक चौबंद बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य महकमे को निर्देश दिए गए हैं.
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