ग्रेटर नोएडा: हथियारों के शौक ने तीन दोस्तों को पहुंचाया सलाखों के पीछे, गार्ड से राइफल लूटने वाले छात्र गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपियों से पिछले महीने एक सुरक्षा गार्ड से लूटी लाइसेंसी राइफल और कारतूस बरामद किया है. पुलिस को उनके पास से लूटा हुआ तमंचा, कारतूस और मोटर साइकिल भी मिली है.
ग्रेटर नोएडा. गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा में तीन दोस्तों को हथियारों का शौक भारी पड़ गया. हथियारों के शौक ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. दरअसल, कुछ दिनों पहले थाना बिसरख इलाके में एक सुरक्षा गार्ड से राइफल लूटने वाले तीन दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों को गैलेक्सी चौराहे से पकड़ा है.
पुलिस ने आरोपियों से पिछले महीने एक सुरक्षा गार्ड से लूटी लाइसेंसी राइफल और कारतूस बरामद किया है. पुलिस को उनके पास से लूटा हुआ तमंचा, कारतूस और मोटर साइकिल भी मिली है. पुलिस इन बदमाशों की गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी के रूप में देख रही है क्योंकि इन बदमाशों का कोई पिछला रिकॉर्ड नहीं है. आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
याकूबपुर में रहते हैं तीनों आरोपी दोस्त पुलिस ने बताया कि आरोपियों का नाम विशाल, योगेंद्र, विकास है. तीनों दोस्त रोजा याकूबपुर गांव में रहते है. सेंट्रल के डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि योगेंद्र को हथियारों के प्रति जुनून था. इसके पास तमंचा पहले से था.
सुरक्षाकर्मी से लूटी थी राइफल पुलिस ने बताया कि कुछ दिनों पहले कासगंज निवासी आशीष दीक्षित ग्रेटर नोएडा की पीवीएस कम्पनी में सुरक्षाकर्मी के रूप तैनात हुआ था. आशीष दीक्षित गांव रोजा याकूबपुर में किराए पर रहता था. आशीष के पड़ोस में रहने वाले योगेंद्र को उसकी राइफल भा गई थी. योगेंद्र ने राइफल लूटने के लिए विशाल और विकास के साथ प्लान बनाया. 20 सितंबर को देर शाम आशीष पैदल ही रोजा याकूबपुर से अपनी नाइट ड्यूटी के लिए जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में बाइक पर सवार होकर तीनों ने उसे रोक लिया और तमंचा दिखाकर राइफल लूट ली.
तीन टीमों ने की तलाश डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि आशीष दीक्षित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज मामले की जांच शुरू की गई. जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था. सूचना पर तीनों आरोपियों को गैलेक्सी वेगा चौराहे से गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी ने बताया की तीनों छात्र हैं. योगेंद्र ने इस साल 12वीं का परीक्षा पास की. इनकी उम्र 18 से 20 साल है. इन बदमाशों का कोई पिछला रिकॉर्ड नहीं है. वहीं, लूट का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस आयुक्त ने 50 हजार का इनाम दिये जाने की घोषणा की है.
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