पीलीभीत, एबीपी गंगा।  उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में कोरोना के साथ-साथ बाघ की दहशत में भी है। जहां खेत जा रहे किसानों पर घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले से गंभीर रूप से घायल हुए किसानों ने चीख-पुकार कर किसी तरह अपनी जान बचाई। ग्रामीणों व परिजनों ने तीनों घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। बाघ हमले की घटना से ग्रामीणों में रोष है। वहीं, मौके पर वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। घटना थाना गजरौला क्षेत्र के जरा चौकी के पास की है।



बता दें कि बीते मार्च महीने में बाघ के हमले में चार किसानों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने बाघ को रेस्क्यू कर कानपुर जू भेज दिया था, लेकिन अब एक बार फिर बाघ की दहशत माला रेंज में दिखाई पड़ने लगी है ।




वन विभाग की टीम ने शुरू किया रेस्क्यू अभियान


ये तस्वीर यूपी के पीलीभीत की हैं, यहां किसानों को अपने खेतों में फसल काटना महंगा पड़ रहा है। दरअसल, थाना गजरौला क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी राम बहादुर साइकिल पर सवार होकर सड़क मार्ग से अपने खेत जा रहे थे, उसी बीच नहर किनारे बैठे बाघ ने साइकिल सवार पर हमला कर दिया। उसके कुछ मिनटों के बाद ही एक और बाइक सवार किसान व मजदूर पर जानलेवा हमला कर दिया। बाघ हमले की सूचना मिलते ही किसी तरह ग्रामीणों ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज जारी है। वहीं, सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर बाघ को ट्रेस करने का काम कर रही है ।



सीएमएस रत्न पाल सिंह का बयान


सीएमएस रत्न पाल सिंह ने बताया कि बाघ हमले में तीनों घायलों का एक्स-रे सहित जांच करवा कर उनका इलाज किया जा रहा है। वहीं, चश्मदीद ने बताया कि उसके बाबू जी अपने मजदूर को बाइक पर बैठाकर खेत पर काम करने जा रहे थे, उसी बीच जरी नहर के पास घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर दिया।



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