पीलीभीत, एबीपी गंगा। पीलीभीत में कोरोना वायरस के साथ-साथ बाघ की भी दहशत है। लॉकडाउन के दौरान बाघ के हमलों में इजाफा हुआ है और कई लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं। शुक्रवार सुबह घर में सो रहे किसान व मजदूर को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बाघ के हमले में दो लोगों की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया।


सूचना पर वन विभाग की टीम के साथ पहुंचे आला अधिकारियों ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बता दें बीते 15 दिनों के भीतर बाघ के हमले में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल वन विभाग ने हाथियों के साथ कॉम्बिंग शुरू कर बाघ को ट्रैंकुलाइज करना शुरू कर दिया है।


ताजा मामला माला रेंज के रिछोला गांव का है। यहां सुबह घर में सो रहे किसान निरन्द्र सिंह सहित उसके मजदूर को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। डीएफओ नवीन खडेलवाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह दो लोगों की बाघ हमले में मौत की सूचना मिली थी। टीम लगातार कॉम्बिंग कर निगरानी कर रही है।



वहीं, बाघ के हमले के लेकर ग्राम प्रधान का कहना है कि जंगल के किनारे बने तालाब में बाघ पानी पीने के लिए आया था और घर में घुसकर दो लोगों को अपना निवाला बना लिया। लोगों के खेत जंगल से सटे हुए हैं जिसकी वजह से जान का खतरा लगातार बना रहता है। वन विभाग कोई मदद नहीं करता है। बीते दिनो में अब तक पीलीभीत में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई लेकिन बाघ के हमले में चार से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।