Tirupati Laddu Prasadam Dispute: आंध्र प्रदेश के तिरुप​ति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जाने वाले ‘प्रसादम’ में कथित रूप से जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की खबर आने के बाद मथुरा में भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हो गया और पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों पर से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 नमूने एकत्र कर लैब भेजे गये हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.


अधिकारियों ने बताया कि 'श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर एवं गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर से ये नमूने लिये गये हैं. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद टीम ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि और गोवर्द्धन मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकानों से नमूने लिये और उन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है.


खाद्य विभाग पूरे जिले में चलाएगा चेकिंग अभियान
उन्होंने बताया कि प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि यहां बेचे जा रहे प्रसाद के रूप में भोग लगाए जाने वाले पदार्थों में किसी प्रकार की कोई मिलावट है या नहीं. आगे बताया कि सोमवार से पूरे जिले में वृहद स्तर पर प्रसाद की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा. हर क्षेत्र में अलग-अलग टीमें जाकर नमूने लेकर कार्रवाई करेंगी. जहां भी प्रसाद की बिक्री खुले रूप में करते पाया जाएगा, वहां नमूने भरने का अभियान विशेष रूप से चलाया जाएगा.


उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन में टीम ने लगभग 13 स्थानों से नमूने एकत्र किए थे. उन नमूनों को भी प्रयोगशाला भेजा गया है. नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है. रिपोर्ट के अनुसार जिसके भी सैंपल जांच में अनुपयुक्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी. सहायक आयुक्त ने बताया कि सभी दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि वह प्रसाद ही नहीं बल्कि किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ में किसी भी तरह की मिलावट न करें. उन्होंने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसा करने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


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