UP Politics: यूपी में मजबूत हो रहा इंडिया गठबंधन! अखिलेश यादव से इस बड़े नेता ने की मुलाकात, हलचल तेज
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर मुहर लगने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से टीएमसी नेता ने मुलाक़ात की है.
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन फ़ाइनल हो गया है. दोनों पार्टियों में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बन गई है. जिसके बाद यूपी में इंडिया गठबंधन मिलकर चुनाव की तैयारियों में जुट गया है. इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से टीएमसी नेता ललितेश पति त्रिपाठी ने मुलाक़ात की है, जिसके बाद सियासी सरगर्मियां और बढ़ गई है. दोनों नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर बात हुई है.
टीएमसी नेता ललितेश पति त्रिपाठी ने बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात की. जिसकी तस्वीरें भी उन्होंने शेयर की है. इस तस्वीर में वो सपा के संस्थापक और अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव की तस्वीर के साथ नजर आ रहे हैं. इसके साथ उन्होंने लिखा, "पूर्वजों का आशीर्वाद, जनसेवा का सतत प्रयास, यही है हमारा विश्वास."
अखिलेश यादव के साथ आ सकती है टीएमसी
ललितेश पति त्रिपाठी के साथ अखिलेश यादव की मुलाक़ात के बाद ये क़यास लगाए जा रहे हैं कि यूपी में टीएमसी भी इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है. अखिलेश यादव टीएमसी को भी सीट दे सकते हैं. दरअसल ललितेशपति त्रिपाठी मिर्ज़ापुर के क़द्दावर नेता माने जाते हैं. वो कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और यूपी की सीएम रहे कमलापति त्रिपाठी के परपोते हैं. साल 2012 में उन्होंने मिर्ज़ापुर की मरिहान विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में वो हार गए थे. साल 2021 में उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया था.
ललितेश त्रिपाठी की अखिलेश यादव से मुलाक़ात के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही यूपी में इंडिया गठबंधन में टीएमसी भी शामिल हो सकती है. वहीं दूसरी तरफ़ समाजवादी पार्टी प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से विधायक राजा भैया को भी साथ लाने की कोशिश कर रही है. मंगलवार को सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया से उनके घर पर मुलाक़ात की थी. इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव से राजा भैया की बात भी कराई, जिसके बाद राजा भैया भी सपा के साथ आ सकते हैं. अगर टीएमसी और राजा भैया भी सपा के साथ आते हैं तो यूपी में इंडिया गठबंधन और मज़बूत होगा.