(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का एलान, टिम्मरसैंण महादेव गुफा के दर्शन के लिए नहीं होगी इनरलाइन पास की आवश्यकता
टिम्मरसैंण महादेव गुफा दिखने में हुबहू बाबा बर्फानी की अमरनाथ गुफा के समान है. टिम्मरसैंण बाबा बर्फानी गुफा में प्रवेश से पहले पहाड़ी से गिरने वाली जल धारा से भक्तों को स्वत: स्नान होता है. वहीं इस गुफा में बाबा बर्फानी के बर्फ से बने पांच से अधिक प्राकृतिक शिवलिंग विराजमान हैं, जिसमें से एक शिवलिंग 12 फीट ऊंचा भी है.
अगर आप चमोली जनपद की नीति घाटी स्थित टिम्मरसैंण महादेव गुफा के दर्शन करने करने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार अब केंद्र सरकार ने टिम्मरसैंण महादेव गुफा के दर्शनों के लिए इनरलाइन पास की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है. अब आप बिना इनरलाइन पास के भी आसानी से टिम्मरसैंण महादेव गुफा का रुख कर सकेंगे.
बता दें कि टिम्मरसैंण महादेव गुफा दिखने में हुबहू बाबा बर्फानी की अमरनाथ गुफा के समान है. टिम्मरसैंण बाबा बर्फानी गुफा में प्रवेश से पहले पहाड़ी से गिरने वाली जल धारा से भक्तों को स्वत: स्नान होता है. वहीं इस गुफा में बाबा बर्फानी के बर्फ से बने पांच से अधिक प्राकृतिक शिवलिंग विराजमान हैं, जिसमें से एक शिवलिंग 12 फीट ऊंचा भी है.
मीडिया से मुखातिब होते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि अगले साल मार्च महीनें में नीति घाटी स्थित टिम्मरसैंण महादेव गुफा को पर्यटकों के लिए खोला जाएगा. इस दौरान पर्यटकों को इनरलाइन पास की जरूरत नहीं पड़ेगी. वहीं दूसरी तरफ दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को बाबा बर्फानी के दर्शन में किसी तरह की कोई दिक्कतें पेश न आए इस बात को ध्यान में रखते हुए उचित व्यवस्थाएं भी की जाएंगी.
वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि टिम्मरसैंण महादेव गुफा भारत तिब्बत सीमा पर मौजूद है. ऐसे में इस क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने से ना सिर्फ देश की सुरक्षा की दृष्टि से इसका लाभ मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ आसपास के ग्रामीण इलाकों का भी विकास हो सकेगा.
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