नैनीताल. झीलों की नगरी नैनीताल में इस बार क्रिसमस और नए साल के जश्न की चमक फीकी पड़ती दिख रही है. कोरोना संक्रमण के कारण इस बार नैनीताल के बाजारों से रौनक और पर्यटकों की भीड़ गायब है. स्थानीय होटलों और रेस्तरां के मुताबिक, केंद्र सरकार के तीन कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों के कारण भी राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी क्षेत्रों के लोग यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं. हालांकि क्रिसमस और नए साल का दिन दोनों इस बार शुक्रवार को पड़ रहे हैं जिससे सप्ताहांत बढ़ गया है, लेकिन इस पसंदीदा हिल स्टेशन में होटलों के लिए कारोबार धीमा ही है.


नहीं मिल रही होटलों की बुकिंग
नैनीताल होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शाह ने कहा, ‘‘इस बार कोरोना वायरस के कारण नए साल के लिए होटलों को लगभग न के बराबर ही बुकिंग मिली हैं. इसी प्रकार क्रिसमस के लिए भी बहुत थोड़ी ही बुकिंग मिली हैं.’’


एसोसिएशन के जनसंपर्क अधिकारी आलोक शाह ने कहा, ‘‘किसानों के विरोध के कारण भी दिल्ली और आस-पास के लोग यात्रा करने से बच रहे हैं. नैनीताल के प्रवेश द्वार पर कोरोना वायरस परीक्षण से भी पर्यटक आने से हिचक रहे हैं.’’ होटल मनु महारानी के प्रबंधक नरेश गुप्ता ने कहा, ‘‘इस साल क्रिसमस और नए साल में कोई विशेष कार्यक्रम नहीं होगा क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के कारण होटल को कोई बुकिंग नहीं मिली हैं.’’


फैंसी लाइटों से नहीं सजेगा माल रोड
व्यापारी संघों ने कहा कि माल रोड को इस बार फैंसी लाइटों से नहीं सजाया जाएगा. साथ ही वार्षिक शीतकालीन कार्निवल से जुड़ी सामान्य धूमधाम भी इस वर्ष गायब ही रहेगी. हालांकि नैनीताल होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष शाह ने कहा कि विंटर कार्निवल की परंपरा को जारी रखा जाएगा, लेकिन वह मैराथन और कुछ प्रतियोगिताओं तक ही सीमित रहेगी.


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