Uttarakhand Tourists: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में इन दिनों बारिश नहीं हो रही है. बारिश ना होने की वजह से सभी सड़के भी खुली हैं. जिसके बाद अब जिले के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई है. जिले का चोपता-तुंगनाथ क्षेत्र इन दिनों से पर्यटकों से गुलजार है, लेकिन जगह-जगह से पहुंच रहे पर्यटक चोपता-तुंगनाथ के बुग्यालों में गंदगी फैला रहे हैं. हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की ओर से प्लास्टिक सहित अन्य कूड़ा-कचरा किया जा रहा है. जिससे बुग्यालों को भारी नुकसान पहुंच रहा है. गंदगी को देखते हुए चोपता के व्यापारियों ने चोपता-तुंगनाथ पैदल ट्रैक और बुग्यालों में सफाई अभियान चलाया.


बुग्यालों को पहुंचता है नुकसान 
हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक और यात्री तृतीय केदार तुंगनथ के दर्शन करने और चोपता घूमने आते हैं. लेकिन पर्यटक यहां कूड़ा फेंक देते हैं, जिससे यहां के बुग्यालों को नुकसान पहुंचता है. चोपता के व्यापारियों ने कूड़ा निस्तारण के लिए ईको पर्यटन विकास समिति का गठन किया है. समिति ने चोपता-तुंगनाथ पैदल मार्ग पर सफाई अभियान चलाया. सफाई अभियान के दौरान एक क्विंटल से ज्यादा प्लास्टिक और अन्य सामाग्री एकत्रित कर निस्तारण के लिए चोपता भेजी गई. 


सैलानियों को किया जाएगा जागरूक 
व्यापारियों ने बताया कि स्वच्छता अभियान में ईको पर्यटन विकास समिति सहित सभी के प्रयासों से मन्दिर परिसर तुंगनाथ धाम से 35, तुंगनाथ बाजार से 30 तथा गणेश दर्शनी से चोपता तक 20 बोरा कूड़ा एकत्रित कर निस्तारण के लिए खच्चरों से चोपता पहुंचाया गया है. चोपता और तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों द्वारा पैदल मार्ग पर प्लास्टिक की बोतलों व अन्य सामाग्रियों को प्रयोग के बाद खुले में छोड़ा जा रहा है, जिससे प्रकृति को खासा नुकसान हो रहा है. इसलिए भविष्य में सभी के प्रयासों से जन जागरूकता अभियान चलाकर तुंगनाथ घाटी आने वाले तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों को प्रकृति के प्रति सजग किया जाएगा, जिससे यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य यथावत रह सके.



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