Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हुई हिंसक घटना में हिंदुओं सिखों के धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ की खबरें सामने आई थी. इसको लेकर देश के अलग-अलग वर्ग के लोगों में नाराजगी देखी जा रही है. इसी बीच वाराणसी के व्यापारी समाज और हिंदू संगठनों की तरफ से 22 अगस्त को काशी बंद का ऐलान किया गया है. साथ ही शहर के मध्य से शाम के समय बांग्लादेश की घटना के विरोध में एक बड़ा मार्च भी निकाला जाएगा.
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थल पर हुई हिंसक घटना के खिलाफ आक्रोश अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच 21 अगस्त को वाराणसी के पिपलानी कटरा स्थित क्षेत्र में व्यापार मंडल और हिंदू संगठन की बैठक आयोजित की गई जिसमें बीते दिनों बांग्लादेश में हुई घटना को लेकर विरोध जताया गया. इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि 22 अगस्त के दिन काशी के व्यापारी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों से जुड़े हिंसक घटना के विरोध में अपने दुकानों और बाजारों को बंद रखेंगे.
सभी वर्ग के लोगों से शामिल होने के लिए की गई अपील
इसके अलावा वाराणसी के सिगरा स्थित क्षेत्र से भारत माता मंदिर तक एक बड़ा मार्च निकाला जाएगा. उनका कहना है कि देश के बाहर भी सनातन संस्कृति और हिंदुत्व पर किसी भी प्रकार के हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 22 अगस्त को ऐलान हुए काशी बंद में हिंदू संगठन व्यापारी वर्ग के साथ-साथ राजनीतिक दल व विभिन्न क्षेत्र के लोग भी शामिल होंगे. इसके अलावा विशेष तौर पर वाराणसी शहरी क्षेत्र के प्राइवेट स्कूल भी कल बंद रहेंगे. अनेक स्कूलों के शिक्षक भी इस मार्च में शामिल हो सकते हैं. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थल पर हुई हिंसक घटना के विरोध में 22 अगस्त को काशी बंद का ऐलान किया गया है.