बलिया. उत्तर प्रदेश के बलिया में पंचायत चुनाव नजदीक आते ही बिहार के अवैध असलहों के तस्कर सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने अपना कारोबार शुरू कर दिया है. दरअसल, बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के छाता रेलवे क्रासिंग के पास 5 दिन पहले सरकारी देशी शराब के सेल्समैन को गोली मारने की फर्जी घटना के खुलासे में पुलिस को अवैध असलहे की तस्करी का मामला सामने आया है.


इस मामले में पुलिस ने एक अंतरप्रांतीय असलहा तस्कर को गिरफ्तार कर किया है. तस्कर के पास से दो पिस्टल, तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. पुलिस की मानें तो गिरफ्तार तस्कर अवैध असलहा के मामले में बिहार के जहानाबाद में जेल जा चुका है. वहीं जेल से छूटने के बाद उसने पंचायत चुनाव को देखते हुए दोबारा अपना कारोबार शुरू कर दिया. तस्कर का नाम अभिजीत सिंह बताया जा रहा है.


बिहार की जेल में 9 महीने बंद था अभिजीत
अभिजीत सिंह अवैध असलहे के मामले में 9 महीने तक बिहार के जहानाबाद में जेल में था. जेल से छूटने के बाद उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव को देखते हुए एक बार फिर अपना कारोबार शुरू कर दिया.





बिहार से बलिया में अवैध असलहा तस्करी का खेल पुलिस के सामने उस वक्त आया जब बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के छाता रेलवे क्रासिंग के पास 5 दिन पहले सरकारी देशी शराब के सेल्समैन को 3 अज्ञात लोगों ने शराब न देने पर गोली मार कर घायल कर दिया था. जिसमें पुलिस ने 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर इस घटना की जांच शुरू की.


पुलिस की मानें तो सेल्समैन को असलहा तस्कर ने असलहा देखने के लिए दिया था. जिसे चेक करते समय सेल्समैन को गोली लग गयी और घबराहट में सेल्समैन ने असलहा तस्कर अभिजीत को वापस दे दिया. उसने लोगों और पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी बनाकर पुलिस को सूचना दे दी. इस घटना के अनावरण में पुलिस को पंचायत चुनाव में अंतरप्रांतीय अवैध असलहा तस्करी का मामला सामने आया है.


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