अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए लगातार निधि समर्पण अभियान चल रहा है. राम भक्तों ने रामलला के मंदिर निर्माण के लिए अपने खजाने को खोल दिए हैं. और रामलला के खातों में अब तक अरबों रुपये आ चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद समय-समय पर लोगों के द्वारा समर्पण निधि अभियान को लेकर कई आरोप लगाये जा रहे हैं. आज समर्पण निधि अभियान पर ट्रस्ट के द्वारा अपनाये गए सुरक्षा के इंतजाम पर ट्रस्ट के पदाधिकारी डॉ अनिल मिश्रा ने जानकारी दी. और उन्होंने कहा है कि राम मंदिर निर्माण पूरी भव्यता के साथ होगा, उसमें सुरक्षा के उपाय अपनाए गए हैं. जिम्मेदारों के हाथों में ही बागडोर दी गई है, उसके बावजूद जो लोग आलोचना कर रहे हैं, उनके सवाल को हम सलाह के रूप में ले रहे हैं और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
घर घर जाकर संपर्क किया जा रहा है
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि निधि समर्पण अभियान मकर संक्रांति से माघी पूर्णिमा 27 फरवरी तक चलेगा. स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं की टोलियां निर्मित की गई हैं, उन तक कूपन और रसीदें पहुंचा दी गई हैं और वह लोग घर घर जाकर के संपर्क कर रहे हैं. व्यक्तिगत मिल रहे हैं, रामलला के मंदिर निर्माण के लिए राम भक्तों में उत्साह का वातावरण है. उत्साह पूर्वक लोग निधि का समर्पण कर रहे हैं. लोगों की मंशा है कि उनके जीवन काल में मंदिर निर्माण हो जाए और वह इसको देख सकें.
सुरक्षा मानकों से युक्त हैं रसीदें
राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट ने पूरी सावधानी बरतते हुए सुरक्षा के मानकों को पूरा करते हुए, जो राम भक्त पहचाने गए हैं, उनके हाथों में कूपन दिए गए हैं. लोगों से संपर्क कर यथाशक्ति सहयोग राम मंदिर के लिए प्राप्त कर रहे हैं. हर वर्ग के लोगों का राम मंदिर में सहयोग हो, ऐसी ट्रस्ट की मंशा है 10 रुपये से लेकर के एक हजार रुपये तक के दान कूपन के माध्यम से लिया जा रहा है. दानदाताओं को सुरक्षा मानकों से युक्त रसीदें और कूपन दिए जा रहे हैं.
नहीं हो सकता है कोई फ्राड
साथ ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि कार्यकर्ताओं से सुरक्षा मानकों को पूरा करते हुए कार्य करने के लिए कहा गया है. गांव और मोहल्लों में स्थानीय स्तर के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह बड़ी जिम्मेदारी से कार्य कर रहे हैं. उनकी आंखों के सामने कोई भी फ्रॉड का काम नहीं कर सकता.
कार्यकर्ताओं के द्वारा एकत्रित की गई धनराशि 24 घंटे के अंदर बैंकों में जमा कर दी जा रही है. बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक की 46000 शाखाओं में समर्पण निधि जमा की जा रही है.
बरती जा रही पारदर्शिता
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए भी बैंक के अकाउंट सार्वजनिक किए गए हैं. साथ ही पैसा जमा करने के लिए वेबसाइट का भी गठन किया गया है. वेबसाइट SRJBT KSHETR.ORG 24 घंटों के लिए सेवा दे रही है. समर्पण निधि में संपूर्ण पारदर्शिता बरती गई है. साथ ही सहायता केंद्र हेल्पडेस्क की भी स्थापना की गई है. 8009522111 पर किसी भी तरीके की शिकायत और जानकारी की जा सकती है. ऐसे लोग जो सहयोग कर रहे हैं और सवाल भी उठा रहे हैं, उनके सवाल को हम सलाह के रूप में ले रहे हैं. ट्रस्ट के पदाधिकारी डॉ अनिल ने कहा कि हम पूरी तरह से सजग हैं और इस प्रकार की कोई भी बात अगर सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. राम मंदिर निर्माण में पूरी पारदर्शिता रखते हुए भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा.
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