लखनऊ, अनुभव शुक्ला। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सोमवार आधी रात से पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट को बढ़ा दिया। इसका सीधा असर पेट्रोल डीजल की कीमत पर पड़ा। पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतें देर रात 12:00 बजे से पूरे प्रदेश में लागू भी हो गई। नई दरों के मुताबिक पेट्रोल के दाम में 2 रुपये 35 पैसे और डीजल के दाम में 92 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। वैट की दरों को संशोधित करते हुए पेट्रोल पर अब 26.80 फ़ीसदी या 16. 74 पैसे प्रति लीटर टैक्स लिया जा रहा है जबकि डीजल पर 17.48 फ़ीसदी या 9 .40 पैसे टैक्स लिया जा रहा है । पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के साथ ही उत्तर प्रदेश में अब सियासी दलों के बीच टि्वटर वॉर छिड़ गया है।





चाहे मायावती हों, समाजवादी पार्टी हो या फिर शिवपाल यादव की प्रसपा ही क्यों ना हो। सभी ट्वीट करके योगी सरकार के इस फैसले को आम जनता के खिलाफ बता रहे हैं। उनका कहना है कि ये महंगाई बढ़ाने वाला कदम है।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आज सुबह 10:24 मिनट पर अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमत में भारी वृद्धि महंगाई बढ़ाने और करोड़ों गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के पेट पर लात मारने वाला कदम है। मायावती ने आगे लिखा कि बदतर कानून-व्यवस्था महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त जनता का दुख इससे और बढ़ेगा ।





वहीं समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट के जरिए योगी सरकार पर निशाना साधा । सुबह 11:15 पर समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल टि्वटर अकाउंट से ट्वीट किया गया, उसमें साफ तौर पर लिखा था कि चुनाव में वोट लेने के लिए वैट घटाया, सत्ता मिलते ही जनता को महंगाई की आग में झुलसाया । यह बढ़ोतरी गरीब ,मध्यम वर्गीय, किसान और नौजवान से धोखा है। पूंजीवादी सत्ता को इनकी फिक्र नहीं ।


वही पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर शिवपाल यादव ने भी योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। दोपहर 12:00 बजे शिवपाल यादव के ऑफिशियल टि्वटर अकाउंट से ट्वीट किया गया। उसमें कहा गया कि प्रदेश सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल से कर छूट हटाने से कीमत में हुई बढ़ोतरी आम जनता के हितों के खिलाफ है । सरकार युवाओं को रोजगार देने में अक्षम है पेट्रोल डीजल की कीमत में वृद्धि करके महंगाई बढ़ाना आम जनता पर दोहरी मार है ।


विपक्ष ने सरकार को घेरने का काम किया, लेकिन सरकार की ओर से विपक्ष को जवाब देने का काम किया कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने।





सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से दोपहर 12:24 पर ट्वीट किया उसमे उन्होंने लिखा कि पेट्रोल डीजल पर वैट की दरें टैक्स न्यूट्रल थ्योरी को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसे राजनीतिक मुद्दा बनाए जाने की कोशिशों से परे है। उन्होंने आगे लिखा अपने ट्वीट में कि अक्टूबर 2018 में जब दाम घटाया गया था तब की तुलना में पेट्रोल के दाम में 10 रुपये प्रति लीटर की कमी है । और इससे आम आदमी पर कोई नहीं पड़ा है। पेट्रोल डीजल की कीमतों पर सियासत जमकर हो रही है लेकिन हकीकत यही है कि इस की बढ़ोतरी का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता है।