रायबरेली: उत्तराखंड के चमोली में आई तबाही के बाद रायबरेली के के रहने वाले दो युवकों से भी परिवार का संपर्क टूट चुका है. युवकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. प्रशासनिक अमला उत्तराखंड प्रशासन से संपर्क साधकर युवकों की खोजबीन में जुट चुका है. दोनों युवक हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गांव बसंतखेड़ा के रहने वाले हैं.
6 महीने पहले गए थे उत्तराखंड
हरचंदपुर थाना क्षेत्र के बसंतखेड़ा के रहने वाले दो सगे भाई नरेंद्र सिंह और अनिल सिंह लगभग 6 महीने पहले उत्तराखंड के चमोली में काम करने गए थे. दोनों ऋषि गंगा पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी में बतौर बोर्ड ऑपरेटर काम कर रहे थे. ऋषि गंगा कंपनी चमोली जिले के थाना जोशीमठ के रेनी गांव तपोवन में पॉवर ग्रिड का काम कर रही है. यहीं दोनों भाई बोर्ड ऑपरेटर के पद पर काम कर रहे थे. चमोली में आई तबाही के बाद दोनों भाइयों का परिवार से संपर्क टूट चुका है. परिवार को लोग अनहोनी की आशंका से विचलित हैं.
बच्चे पापा को बुला रहे हैं
नरेंद्र का एक बेटा, तीन बेटियां हैं जबकि अनिल की चार बेटियां हैं. परिवार की जिम्मेदारी इन दोनों पर ही थी. जैसे ही नरेंद्र और अनिल से संपर्क टूटा तो नरेंद्र की पत्नी चन्द्ररेखा सिंह और अनिल की पत्नी सुधा सिंह पर तो मानो जैसे पहाड़ ही टूट पड़ा. दोनों रोते-रोते बेहोश हो जा रही हैं. बच्चे भी बिलख बिलखकर पापा को बुला रहे हैं. ये मार्मिक दृश्य देखकर वहां उपस्थित सभी का हृदय द्रवित हो जा रहा है. सभी दोनों भाइयों के सुरक्षित होने की दुआएं मांग रहे हैं.
परिवार ने थाने में दी सूचना
चमोली त्रासदी के बाद नरेंद्र और अनिल का संपर्क परिवार से टूट गया है. बड़े भाई बृजेन्द्र बहादुर सिंह ने संपर्क नहीं होने पर हरचंदपुर थाने में सूचना दी है. सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अमला उत्तराखंड प्रशासन से संपर्क साधकर दोनों भाइयों की खोजबीन में जुट गया है.
साझा की गई सूचना
अपर जिलाधिकारी राम अभिलाख ने बताया कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटा है, जिसके बाद हरचंदपुर थानाक्षेत्र के रहने वाले नरेंद्र सिंह और अनिल सिंह के लापता होने की अपुष्ट सूचना मिली है. मामले की सूचना उत्तराखंड एसडीआरएफ और यूपी कंट्रोल रूम को नोट करा दी गई है. जैसे ही कोई सूचना मिलती है, हम लोग हर प्रशासनिक मदद के लिए तैयार हैं.
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