लखनऊ, एबीपी गंगा। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं। गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में बागपत जेल के जेलर को बर्खास्त कर दिया गया है। इस हत्याकांड में जांच के बाद जेलर उदय प्रताप सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। बतादें कि बीते साल 9 जुलाई को सुरक्षा बैरक में सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी थी। घटना के बाद जेलर उदय प्रताप सिंह को निलंबित कर जेल अधीक्षक, कानपुर को विभागीय जांच सौंपी गई थी। इस घटना के वक्त उदय प्रताप सिंह ही बागपत जेल के जेलर थे। जांच में पता चला था कि सुनील राठी का बागपेत जेल में पूरा प्रभाव था। सुनील राठी से मिलने वालों की तलाशी तक नहीं ली जाती थी। इसका फायदा उठाकर ही उसके पास पिस्टल व कारतूस पहुंचाए गए।


वहीं, दूसरी तरफ मेरठ जेल में स्टिंग ऑपरेशन मामले में डिप्टी जेलर धीरेंद्र कुमार पर भी कार्रवाई की गई है। योगी सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। धीरेंद्र कुमार सिंह पर जेल में कैदियों को सुविधाएं मुहैया करवाने के आरोप हैं।


प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि जांच में दोनों अधिकारी ड्यूटी में लापरवाही के दोषी पाये गये और कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। दोनों अधिकारियों के कृत्यों से शासन व कारागार विभाग की छवि को गहरा आघात पहुंचा था, जिसके चलते यह कठोर कदम उठाया गया।