पंचायत चुनाव में जहरीली शराब बांटने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है. आज राम नगरी अयोध्या में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लोगो का इलाज चल रहा है. जहरीली शराब बांटने का आरोप निवर्तमान ग्राम प्रधान पर लगा है. पुलिस ग्राम प्रधान पर कार्रवाई करने जा रही है. अयोध्या जिला प्रशासन ने चित्रकूट की घटना से भी सबक नहीं लिया. चित्रकूट में जहरीली शराब से लगभग आधा दर्जन लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर पूरे प्रदेश में कच्ची शराब अवैध शराब के खिलाफ पुरजोर अभियान चलाया गया था.
आज तड़के सुबह अयोध्या से भी जहरीली शराब से मौत की खबर सुनकर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. मौके की नजाकत समझते हुए डीएम और एसएसपी तत्काल उस गांव में पहुंचे और वहां पर फोर्स की तैनाती कर दी गई.
दरअसल मामला जनपद अयोध्या के थाना गोसाईगंज क्षेत्र के डफरपुर मजरा तिर्लोकपुर का है, जहां पर प्रधानी चुनाव के प्रत्याशियों के द्वारा होली के मौके पर गांव वासियों को शराब बांटे जाने की बात सामने आई. लेकिन गांव में उस वक्त हाहाकार मच गया जब उस शराब के पीने से पहले एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए. एक को अंबेडकरनगर में इलाज के लिए भेजा गया. 2 को लखनऊ रेफर किया गया. लखनऊ ले जाते वक्त रास्ते में एक की मौत हो गई और वही एक गंभीर को अयोध्या जनपद के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. अयोध्या के जिलाधिकारी ने खुद इस बात की पुष्टि की है.
नवागत एसएसपी शैलेंद्र पांडे भी जिलाधिकारी के साथ मौके पर पहुंचे थे, जिन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है. इस समय पूरे प्रदेश में पंचायत चुनाव का दौर चल रहा है और ऐसे में जहरीली शराब से दो लोगों की मौत प्रशासन की काफी किरकिरी हुई है. चित्रकूट कांड में आबकारी विभाग से लेकर सीओ स्तर तक के अधिकारियों को सस्पेंड करना पड़ा।
ऐसे में प्रदेश के मुखिया की ड्रीम सिटी कहे जाने वाली अयोध्या नगरी में जहरीली शराब से मौत का मामला हल्के में नहीं लिया जा सकता है. आए दिन प्रदेश में ऐसी घटनाएं सामने आती है. सवाल यह है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव और होली को लेकर जिला प्रशासन द्वारा किए गए बड़े-बड़े दावों की पोल एक बार फिर खुलकर सामने आ गई.