वाराणसी: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के दो और गांवों की तस्वीर बदलने वाली है. वाराणसी के परमपुर गांव और पूरा बरियारपुर गांव को प्रधानमंत्री गोद लेने वाले हैं. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बीजेपी के पदाधिकारियों ने गांव का दौरा कर अपनी रिपोर्ट पीएमओ को भेज दी है. अब घोषणा का इंतजार है और दोनों गांवों में उत्साह है, खुशी के गीत गाये जा रहे हैं.


विकास का इंतजार
विकास के क्षेत्र में विश्वपटल पर पहचान बनाने वाले प्रधानमंत्री के जयापुर गांव की तस्वीर तो आपने देखी होगी. अब काशी के दो और गांवों की तस्वीर बदलने वाली है. यहां भी नंद घर होगा, खेल का मैदान होगा, रोजगार चिकित्सा के साधन होंगे और खुशहाली होगी.


गांव में खुशी मनाई जा रही है
प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र के जयापुर नागेपुर ककरहिया और डोमरी गांव को गोद लेकर पहले ही यहां विकास की गंगा को बहाया है. अब बारी है परमपुर गांव और पूरा बरियारपुर गांव की. एबीपी गंगा जब परमपुर गांव पहुंचा तो यहां खुशहाली के गीत गाये जा रहे थे. यहां महिलाएं विकास की नई तस्वीर को देख रही हैं. पांच हजार की आबादी वाले परमपुर गांव में चार मौजे हैं, लेकिन विकास से आज भी ये गांव कोसो दूर था. सड़क टूटी हुई, विद्यालय में पढ़ने के लिए युवाओं को कोसो दूर जाना पड़ता है, जबसे इनके गांव में बीजेपी पदाधिकारियों का दौरा हुआ है गांव में खुशहाली है.


गांव की तस्वीर पर एक नजर


बरियारपुर गांव की आबादी 4000 है, लेकिन बारिश में जलजमाव बड़ी समस्या है. इससे निजात के प्रयास के बावजूद समस्या हल नहीं हुई, लेकिन जबसे प्रधानमंत्री के गोद लेने की सूचना गांव में मिली है, गांव उम्मीदजदा हो गया है, कि अब जयापुर की तरह इनका गांव भी ऊंचाइयों को छुएगा. ग्रामीण उत्साहित हैं अब सबको इंतजार है उस दिन का जब प्रधानमंत्री की ओर से इन गांवों के गोदनामे की घोषणा हो.


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