शॉर्ट कट के चक्कर में हर रोज मौत से रेस लगाते यहां के लोग, जानिए कैसे
गोंडा से दो युवकों का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो रेलवे पुल को अपनी जान हथेली पर रखकर पार करते दिख रहे हैं, जबकि पीछे से ट्रेन आ रही है। एक सेकेंड की भी देरी उनकी जान ले सकती थी।
गोंडा, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से दिल झकझोर कर देने वाला वीडियो सामने आया है। जहां दो युवक अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन के आगे-आगे भागते हैं और ट्रेन अपने स्पीड में उनका पीछा करते चली आ रही है। अगर एक सेकंड का भी फर्क होता, तो दोनों युवकों की मौत निश्चित थी। यह कोई कहानी नहीं, बल्कि गोंडा मुख्यालय से लगभग 6 किलोमीटर दूर दुल्लापुर गांव का असली घटना है। जहां पर स्थानीय लोग शार्टकट के चक्कर में मौत के रेलवे पुल से आने जाने को मजबूर हैं।
लगभग हजारों की आबादी शॉर्ट कट के चक्कर में इस रेलवे पुल से आती-जाती है। अगर यह लोग पूरे रास्ते से आए तो लगभग उनको 15 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी और इधर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी में ही वे अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। यहां से पुल बनवाने का प्रस्ताव पास हुए तो कई साल हो गए हैं, लेकिन उसका निर्माण कार्य अब भी ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। मजबूरन लोग जान जोखिम में डालकर यहां से आने जाने को मजबूर हैं ।
आप ने कहावत सुनी होगी कि 'एक तरफ खाई तो दूसरी तरफ कुआं'...मतलब जिंदगी खतरे में खायीं में गिरे या कुंवे में मौत निश्चित है। ठीक ऐसी ही एक घटना गोंडा के दुल्लापुर गांव में देखने को मिली है। जहां से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दो युवक लखनऊ से आती हुई सुपर फास्ट ट्रेन के पुल पर भागकर पुल पार करते नजर आ रहे हैं। एक समय वह भी आता है जब एक युवक पुल से नीचे कूदने को कहता है। जैसे-तैसे तेज रफ्तार में भागकर दोनों युवक अपनी जान बचा लेते हैं, अगर थोड़ी सी भी देरी होती तो उनकी मौत निश्चित थी।
जिला मुख्यालय पर 6 किमी दूर गोण्डा लखनऊ रेल मार्ग के किनारे दुल्लापुर गांव है। इस गांव के पास टेढ़ी नदी पर रेल पुल है। शार्टकट के चक्कर में हजारों की संख्या में लोग इस पुल से जान हथेली पर रख कर प्रति दिन पुल पार करते हैं।
जान जोखिम में डालकर रेलवे पुल को पार करने के प्रकरण पर जिला अधिकारी नितिन बंसल ने कहा कि पुल सेतु का निर्माण काफी दिनों से रुका हुआ है। आखिर किन कारणों से पुल का निर्माण नहीं हो पा रहा है इसकी जांच कराएंगे। अगर इसमें धनराशि के अभाव के कारण निर्माण कार्य रुका हुआ है, तो शासन से पत्राचार के माध्यम से धनराशि प्राप्त की जाएगी। अगर किसी विभागीय एनओसी या अनुमति के कारण काम रुका हुआ है, तो उस विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर पुल का निर्माण शीघ्र चालू कराया जाएगा। अगर इस पुल निर्माण में कोई और भी कठिनाई होती है, तो शासन स्तर पर समन्वय करके इस परियोजना को शीघ्र ही चालू करने का प्रयास किया जाएगा।
वहीं, इस पूरे मामले पर गोंडा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद कीर्तिवर्धन सिंह का कहना है कि ऐसे मामले की जानकारी नहीं थी। ना ही किसी ने हमको शिकायत की थी। वीडियो क्लिप देखा गया है। गंभीर प्रकरण है। जल्द से जल्द सेतु का निर्माण करवाया जाएगा, ताकि बरसात होने से पहले ग्रामीणों को किसी प्रकार का कोई दिक्कत ना हो। गोंडा कई मामलों में पिछड़ा हुआ था लेकिन अब जिले में मेडिकल कॉलेज भी खोला गया है।
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