UCC In Uttarakhand: 'आप कानून कितने भी लाएं, लेकिन हम वही मानेंगे जो कुरान शरीफ में', UCC पर अखिलेश के करीबी का बड़ा बयान
उत्तराखंड में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता का विधेयक विधानसभा में पेश कर दिया है. अब इस पर सपा ने प्रतिक्रिया दी है.
UCC Bill In Uttarakhand: उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में मंगलवार, 5 फरवरी 2024 को सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा विधानसभा में यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल पेश कर दिया गया. अब इस पर समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद एसटी हसन ने बड़ा बयान दिया है.
एसटी हसन ने कहा कि आप कानून कितने भी लाए, लेकिन हम वही मानेंगे जो कुरान शरीफ में है. हमें मालूम है की आप ये कानून क्यों ला रहे हैं. उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति के चलते चुनाव के पहले ये कानून लाने की जरूरत क्यों हैं. ये सिर्फ हिंदू मुसलमान को लड़ाने के लिए इसे लाया जा रहा है. हम इसे नहीं मानेंगे, हम केवल कुरान को मानेंगे.
सांसद एसटी हसन ने कहा, 'मुसलमानों को क़ुरान पाक ने जो हिदायतें दी हैं अगर इसके ख़िलाफ कोई कानून बनता है, जैसे-हम 1400 साल से पैतृक संपत्ति में बेटी को हिस्सा दे रहे हैं, तो अगर इसके विरुद्ध काई क़ानून बनता है तो हम उसे मानने को तैयार नहीं हैं. अगर हमारी शरियत के क़ाननू से दूसरों को कोई परेशानी नहीं है तो इन्हें क्यों है? ये कब तक हिंदू-मुसलमान करके ध्रुवीकरण करते रहेंगे.
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दूसरी ओर उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुए UCC बिल पर उत्तराखंड भाजपा विधायक शिव अरोड़ा ने कहा, "यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. UCC से बड़ी खुशी क्या हो सकती है? यह लोगों को समान अधिकार देता है. मुख्यमंत्री धामी ने आज इसकी शुरुआत की."
वहीं उत्तराखंड विधानसभा में यूसीसी बिल पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता केपी मौर्य ने कहा "हम इसका स्वागत करते हैं. बीजेपी के तीन मुख्य मुद्दे थे: अयोध्या में रामलला का मंदिर, धारा 370 (जम्मू-कश्मीर) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी)...मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देता हूं.''
कांग्रेस ने जताई आपत्ति
उधर, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने यूसीसी बिल को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई. उन्होंने कहा कि सरकार यूसीसी के ड्राफ्ट को तुरंत लागू क्यों करना चाहती है. विपक्ष ने इस ड्राफ्ट को पढ़ने का समय मांगा, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने दो बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी.
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ ही वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रीतम सिंह ने भी आपत्ति दर्ज कराई. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में पेश होने वाले प्रस्तावों की जानकारी सदन में दी.