UP Politics: सपा नेता उदयवीर सिंह ने भी उठाए जूतों को लेकर सवाल, सीएम योगी पर लगाए गंभीर आरोप
UP Politics: सपा नेता उदयवीर ने सीएम योगी से सवाल किया ऐसे भेदभाव क्यों होना चाहिए, राजनीतिक लोग जूते पहनेंगे और गैर राजनीतिक लोग, रिटायर्ड जज उनको अपने जूते उतारने पड़ेंगे.
UP Politics: समाजवादी पार्टी नेता उदयवीर सिंह (Udayveer Singh) ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर पिछड़ों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है. सपा नेता ने कहा कि सीएम योगी लोकतांत्रिक रूप से चुने गए है, अपने आप को संत भी बताते हैं, ऐसे में भेदभाव क्यों होना चाहिए. क्या दो नियम बने है कि राजनीतिक लोग जूता पहन कर घूमेंगे और गैर राजनीतिक लोग, रिटायर्ड जज उनको अपना जूता उतारना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जो लोग मुख्यमंत्री के सामने सामान्य तरीके से खड़े नहीं हो सकते उन लोग से क्या उम्मीद की जाए वह अपनी बात कह पाएंगे.
दरअसल यूपी नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों के आरक्षण को लेकर ओबीसी आयोग गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपी. आयोग ने जब 350 पेजों की ये रिपोर्ट सीएम को दी उस वक्त की एक फोटो सामने आई, जिसमें आयोग के कई सदस्य बिना जूतों के दिखाई दे रहे हैं जबकि सीएम योगी और उनके साथ कुछ लोगों ने जूते पहने हुए हैं. इसी तस्वीर को लेकर सपा ने मुख्यमंत्री पर हमला किया और उन पर पिछड़ों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. सपा नेता ने कहा कि ये सामाजिक अपराध है, मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि उनसे मिलने वाले हर व्यक्ति को बराबरी का एहसास हो. उन्हें ये जिम्मेदारी तय करनी चाहिए किसने ऐसा भेदभाव पूर्ण व्यवहार किया.
गलत रैपिड सर्वे के लगाया आरोप
सपा नेता ने कहा कि आरक्षण की गड़बड़ियों से जुड़ी समस्याओं के निदान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने ट्रिपल टेस्ट की बात कही, सर्वे की बात कही लेकिन बीजेपी ने नहीं कराया. मध्यप्रदेश में बिना आरक्षण के चुनाव कराया. उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट में लगातार लड़ते रहे कि किसी तरह बिना टेस्ट के चुनाव हो जाए. जब हाईकोर्ट ने क्लियर फैसला दे दिया कि चुनाव ऐसे नहीं होगा तब इन्होंने टेस्ट कराया. आज तय होना चाहिए कि किन लोगों ने प्रेशर में ऐसा किया था, कौन से अधिकारी हैं जिन्होंने गलत रैपिड सर्वे करके आरक्षण दिया था.
उदयवीर सिंह ने कहा कि हमारी तो जानकारी थी कि जो रैपिड सर्वे में हुआ था उसको एक तरफ फेंक दिया और मुख्यमंत्री ने अपनी राजनीतिक सुविधा से सभी पद अपने हिसाब से आरक्षित किए थे. अगर यह सच नहीं है तो अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और अगर यह सच है तो मुख्यमंत्री को उसके लिए माफी मांगनी चाहिए और अपने सलाहकारों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने लोकतंत्र का गला घोटने का प्रयास किया है.
कांग्रेस को लेकर कही ये बात
कांग्रेस के गांव जाने वाले अभियान पर उदयवीर सिंह ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छा है कि सभी लोग जनता के बीच जाएं. जनता को अपनी बात बताएं, लोकतंत्र को मजबूत करें. कांग्रेस भी अगर लोगों के बीच जा रही तो अच्छी बात है. वह अपना प्रयास करें हमारा दल अपना प्रयास करेगा.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का एक वीडियो ट्वीट करने पर उदयवीर सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव कुछ नहीं बता रहे वह वीडियो बता रहा जिसमें बृजेश पाठक भाई भाई कर के पैर छूते हैं. मुझे नहीं लगता बृजेश पाठक जैसा स्तर हीन व्यक्ति डिप्टी सीएम बन गया. जिस पर टाडा का मुकदमा रहा, हो जिस पर सांसद कोटे के एयर टिकट्स का दुरुपयोग करने का मामला रहा हो. ऐसे लोग डिप्टी सीएम बन जाएंगे तो उनसे आप क्या उम्मीद करेंगे क्या वह जनता के सवालों का जवाब दे पाएंगे.