खटीमा: उधम सिंह नगर जनपद में किसानों द्वारा जहां धान कटाई शुरू कर दी गई है वहीं खेतों की जुताई से पहले किसानों द्वारा पराली भी जलाई जा रही है. इससे पूरे क्षेत्र में वायु प्रदूषण फैल रहा है. किसानों द्वारा पढ़ाई जलाने जाने पर प्रशासन सख्त हो गया है. प्रशासन ने जहां पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की है.


वहीं किसानों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पराली जलाने को मना किया गया है साथ ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा किसानों को पराली न जलाने के बदले मुआवजा देने की भी बात कही गई है लेकिन उत्तराखंड में सरकार पराली जलाने पर दंडात्मक कार्रवाई की तो बात करती है लेकिन किसान के दर्द को नहीं समझती, ना तो कोई मुआवजा देने की बात कही जा रही है और ना ही प्रणाली को लेकर कोई उचित प्रबंध किया जा रहा है जिससे किसान को पराली न जलाने पड़े.


वही एसडीएम खटीमा निर्मला बिष्ट का कहना है कि खटीमा तहसील के समस्त पटवारियों को निर्देशित किया गया है. सभी पटवारी अपने क्षेत्रों में किसानों को पराली ना जलाने के लिए समझाएं यदि फिर भी किसान पराली जलाता है तो तत्काल सूचित करें, प्रशासन द्वारा मियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. वही प्रशासन के द्वारा किसानों को समझाया जा रहा है कि वह खेतों की पराली को ना जलाएं और उसे अन्य तरीके से नष्ट करे ताकि सीमान्त क्षेत्र में पराली जलाए जाने से वायु प्रदूषण ना फैल सके.


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