Uttarakhand News: उत्तराखंड के खटीमा स्थित मझोला गांव में सरकारी तालाब की भूमि पर बने तीन मकानों को प्रशासन की टीम ने ध्वस्त किया है. अन्य अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर स्वयं अतिक्रमण हटाने के दिए निर्देश दिए हैं. उधम सिंह नगर जनपद की तहसील खटीमा में स्थानीय प्रशासन सरकारी तालाबों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में सख्ती से जुट गया है.
मझोला गांव में सरकारी तालाबों को पाटकर कर बनाए गए मकानों को शुक्रवार को प्रशासन द्वारा ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई. इस दौरान प्रशासन को स्थानीय ग्रामीणों की नोक झोंक और विरोध भी झेलना पड़ा. पहले दिन तीन मकानों को ध्वस्त किया गया और अन्य अतिक्रमणकारियों को मकान खाली करने के निर्देश दिए गए.
गौरतलब है कि सरकारी तालाबों से अतिक्रमण हटाने के लिए 10 परिवारों को 15 दिन पहले नोटिस जारी कर सूचना दी गई थी. इसी क्रम में प्रशासन और भारी पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई जिससे गांव में हड़कंप मच गया. वहीं अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान ग्रामीण अपने घरेलू सामानों को सड़क पर रखने को मजबूर हुए.
खटीमा तहसीलदार शुभांगिनी ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के मद्देनजर मझोला में सरकारी तालाबों पर बनाए गए मकानों में से तीन मकानों को ध्वस्त कर दिया गया. शेष अन्य मकान स्वामियों को सामान हटाने की हिदायत दी गई. उन्होंने बताया कि कुल 31 सरकारी तालाब हैं, सरकारी तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने के प्रयास किये जा रहे हैं.
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