Udham Singh Nagar: खाकी शर्मसार! सिपाही और दारोगा के बेटे ने शख्स को किया किडनैप, फिर मांगी 5 लाख की फिरौती
Uttarakhand News: एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गिरफ्तार संदीप पाटनी रुद्रपुर कोतवाली में पुलिस कांस्टेबल था और पिछले चार माह से ड्यूटी से गायब था, जिस कारण उसे निलंबित कर दिया गया था.
Udham Singh Nagar News: उधमसिंह नगर पुलिस (Udham Singh Nagar Police) ने अपहरण के मामले में एक सिपाही और हल्द्वानी (Haldwani) में तैनात एक दारोगा के बेटे सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी कांस्टेबल रुद्रपुर कोतवाली में तैनात था और पिछले 4 महीने से ड्यूटी से गायब था, जिस कारण उसको निलंबित कर दिया गया था.
उधमसिंह नगर जिले के एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने रुद्रपुर कोतवाली में अपहरण कांड का खुलासा करते हुए बताया कि मंगलवार देर रात कुछ लोगों ने अपने आप को एसओजी टीम के सदस्य बताते हुए नूर अली नामक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था.
क्या है पूरा मामला?
अपहरणकर्ता संदीप पाटनी ने नूर अली के पिता को फोन कर पुलिसिया रौब दिखाते हुए 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी और फिरौती ना देने पर झूठे मुकदमे में बंद करने की धमकी दी. इसके बाद पीड़ित के दो भाई ने काशीपुर रोड स्थित रेलवे ब्रिज के नीचे मौजूद अपहरणकर्ताओं को 50 हजार रुपए दिए और जैसे ही आरोपियों ने नूर अली को रिहा किया तो उसके भाईयो ने शोर मचा दिया, इसके बाद लोगों के सहयोग से दो अपहरणकर्ताओं को मौके से ही पकड़ लिया गया. जबकि बाकी आरोपी फरार हो गए.
पुलिस ने पांच लोगों को किया गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही उनके द्वारा विभिन्न पुलिस टीमों का गठन कर दिया गया, जिसके बाद पुलिस टीमों ने फरार अपहरणकर्ता संदीप पाटनी, जो कि उत्तराखंड पुलिस में सिपाही है जिसकी रुद्रपुर कोतवाली में तैनाती थी, लेकिन पिछले 4 माह से गैरहाजिर चल रहा था. इसके अलावा हल्द्वानी के मुखानी चौकी में तैनात एक दरोगा का बेटा विजय सिंह नेगी सहित आरोपी सुमित धोनी, नेपाल सिंह, राज चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही घटना का एक आरोपी भूपेंद्र सिंह फरार है.
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गिरफ्तार संदीप पाटनी रुद्रपुर कोतवाली में पुलिस कांस्टेबल था और पिछले चार माह से ड्यूटी से गायब था, जिस कारण उसे निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने संदीप पाटनी को अपहरण कांड का मास्टरमाइंड बताया. रुद्रपुर कोतवाली पुलिस को जैसे ही मामले की जानकारी लगी, उसके बाद तुरंत टीमों का गठन किया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
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