Udham Singh Nagar News: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में विनायक प्लाईवुड एवं विनायक ट्रांसपोर्ट के पार्टनरों के चार ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने 23 मई को छापेमारी की थी. आयकर विभाग की टीम ने चार ठिकानों में से चौथे दिन दूसरे ठिकानें पर अपनी कार्रवाई करने के बाद आईटी विभाग की वापस लौट गई, जबकि दो ठिकानों पर अब भी जांच चल रही है.
उधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर में विनायक प्लाईवुड एवं विनायक ट्रांसपोर्ट के पार्टनर गुलशन नारंग, उनके पुत्र रोनिक नारंग और सौरभ गाबा के नारंग फर्नीचर मार्ट, सिविल लाइन कॉलोनी, मॉडल कॉलोनी और एलाइंस कॉलोनी में आयकर विभाग की टीम ने 23 मई को सुबह 09:30 बजे छापेमारी की थी लेकिन व्यापारी सौरभ गाबा का घर बंद था. आयकर विभाग की टीम ने उनसे सम्पर्क करने का प्रयास किया. तो उनसे प्रयास नहीं हो पाया जिसके बाद टीम ने उनके घर को 24 मई को घर सीज कर दिया और 25 मई को सौरभ के भाई नितिन गाबा के मौजूदगी में घर की सील खोलकर जांच शुरू कर दी.
आयकर विभाग की टीम डायरी और एक मोबाइल ले गई साथ
वहीं टीम ने 24 मई को नारंग फर्नीचर मार्ट और 26 मई की दोपहर दो बजे नारंग परिवार के सिविल लाइन वाले घर पर अपनी कार्रवाई पूरी कर अपने साथ एक मोबाइल फोन, एक डायरी और जरुरी दस्तावेज लेकर लौट गई. जबकि दो टीमें एलाइंस कॉलोनी और मॉडल कॉलोनी में अब भी जांच कर रही है. विनायक प्लाईवुड एवं विनायक ट्रांसपोर्ट के पार्टनर गुलशन नारंग के घर पर आयकर विभाग की टीम ने चौथे दिन अपनी कार्रवाई पूरी कर ली हैं. आयकर विभाग की टीम ने गुलशन नारंग के घर से एक डायरी, एक मोबाइल फोन और कुछ जरुरी कागज को जब्त कर अपने साथ ले गई. वही सूत्रों की मानें तो टीम को घर से 3 लाख 30 हजार रुपए की नगदी और सोने चांदी के आभूषण बरामद हुए थें,जो लिखित पढ़त के बाद नारंग परिवार को वापस कर दिये.
रोनिक की तबीयत बिगड़ने के बाद उनके घर से लौटी टीम
आयकर विभाग की कार्रवाई के चौथे विनायक प्लाईवुड के पार्टनर रोनिक नारंग की तबीयत अचानक ही खराब हो गई. जिसके बाद आयकर विभाग की टीम ने उत्तराखंड पुलिस के दो जवानों के साथ अस्पताल भेजा, जहां अस्पताल प्रशासन ने रोनिक नारंग को भर्ती कर दिया. रोनिक की तबीयत बिगड़ने के कुछ घंटे बाद ही आयकर विभाग की उनके घर से लौट गई. आयकर विभाग की टीम ने नारंग और गाबा परिवार के चार ठिकानों पर छापेमारी की थी. रविवार दोपहर दो बजे तक नारंग परिवार के घर पर कार्रवाई पूरी करने के बाद टीम घर लौट गई है, अब तक दो ठिकानों पर टीम ने कार्रवाई पूरी कर ली है. जबकि दो ठिकानों पर कागजी कार्रवाई अन्तिम चरण में है, वो भी जल्द ही खत्म हो जाएगी.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड की इस बस्ती पर सियासत तेज, कांग्रेस ने की पीड़ित परिवारों के पुनर्वास की मांग