Dhela Bridge Collapse: एक बार फिर चर्चा में NH-74, काशीपुर के पास ढेला पुल का एक हिस्सा टूटकर गिरा, रोकी गई ट्रैफिक
Udham Singh Nagar News: काशीपुर में बीती रात से हो रही बारिश के कारण ढेला नदी का जलस्तर बढ़ गया है. आज सुबह सूचना मिली कि एनएच-74 पर स्थित ढेला पुल का एक भाग नीचे बैठने लगा है.
Uttarakhand News: उत्तराखंड के राष्ट्रीय राजमार्ग-74 (हरिद्वार-ऊधमसिंह नगर-बरेली राष्ट्रीय राजमार्ग) को लगता है चर्चाओं में रहने की आदत पड़ गई है. काशीपुर के पास सरवरखेड़ा गांव में एनएच-74 पर बना ढेला पुल का एक भाग आज सुबह अचानक टूटकर गिर गया. स्थानीय लोगों ने पुल का एक हिस्सा टूटने की सूचना पुलिस प्रशासन को दी. यातायात पुलिस ने मौके का मुआयना करने के बाद वाहनों की आवाजाही को रोक दिया. जाम की स्थिति को देखते हुए ट्रैफिक डायवर्ट करने का फैसला लिया गया. ड्राइवरों को वाया काशीपुर होकर जाने दिया गया. मौके पर पहुंचे एसडीएम काशीपुर अभय प्रताप सिंह ने उधमसिंह नगर जिलाधिकारी को स्थिति से अवगत कराया है.
ढेला पुल का एक भाग अचानक गिरा
बता दें कि काशीपुर में बीती रात से हो रही बारिश के कारण ढेला नदी का जलस्तर बढ़ गया है. आज सुबह पुलिस को सूचना मिली कि राष्ट्रीय राजमार्ग-74 पर स्थित ढेला पुल का एक भाग नीचे बैठने लगा है. सूचना पर तत्काल पहुंची प्रशासन की टीम ने गाड़ियों की आवाजाही रोक दी. एनएचएआई के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का आंकलन करने में जुटे हैं. पुल को मरम्मत करने के लिए टीम को बुलाया गया है. बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग-74 का काम पूरा हुए कुछ समय बीता है. वर्ष 2017 में चौड़ीकरण मुआवजा प्रकरण ने जबरदस्त सुर्खियां बटोरी थीं.
एक बार फिर चर्चा में आया एनएच-74
अलग राज्य बनने के बाद एनएच-74 मुआवजा घोटाला सबसे बड़ा माना गया था. एसआइटी ने अफसरों, कर्मचारियों, किसानों और दलालों सहित कई लोगों को हवालात की हवा खिलाई थी. दो आइएएस अफसर पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव को भी निलंबित का सामना करना पड़ा था. एसआइटी की जांच में एनएचएआई की भी गड़बड़ी सामने आई थी. करोड़ों रुपए के एनएच-74 मुआवजा घोटाले का मामला एसआईटी से 2018 में प्रवर्तन निदेशालय पहुंचा.