Uttarakhand News: फर्जी SOG अधिकारी बन अवैध वसूली और लूटपाट के आरोप में 3 गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल
Udham Singh Nagar Fake SOG: फेक अधिकारी बन कर अवैध वसूली और लूटपाट करने वाले गिरोह के सदस्यों को उधम सिंह नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल में है.
Udham Singh Nagar News: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उधम सिंह नगर जनपद (Udham Singh Nagar) के नगर थाना पुलिस के द्वारा फर्जी एसओजी (Fake SOG) अधिकारी बनकर अवैध वसूली और लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. उधम सिंह नगर जिले के एसएसपी मंजूनाथ टीसी (SSp Manjunath TC) ने रुद्रपुर स्थित पुलिस ऑफिस में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि फर्जी एसओजी अधिकारी बनकर वसूली और कार लूट की घटना को अंजाम देने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
उधमसिंहनगर जनपद के पंतनगर सिडकुल क्षेत्र में कमलेश कश्यप नाम के एक युवक की कार को तीन बदमाशों ने लूट लिया था. लूट के समय आरोपियों ने पीड़ित युवक कमलेश कश्यप से अपने आप को एसओजी का अधिकारी और कर्मचारी बताया था. कार लूटने के बाद आरोपियों ने पीड़ित युवक से गाड़ी छोड़ने के एवज में पैसों की डिमांड की गई थी. इस घटना से पीड़ित युवक डर गया. घटना के बाद पीड़ित युवक कमलेश कश्यप एसओजी ऑफिस पहुंचकर, संबंधित अधिकारियों से मुलाकात लूटपाट की पूरी घटना से अवगत कराया.
पुलिस ने आरोपियों के पास लूटी गई कार की बरामद
फर्जी एसओजी अधिकारी के द्वारा लूटपाट की सूचना मिलते ही पुलिस और एसओजी के महकमें में हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने इस घटना की सूचना पुलिस कप्तान को दी गई. एसएसपी के आदेश पर तत्काल आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी गई. एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि इस मामले में पंतनगर थाना पुलिस के द्वारा बोलेरो कार लूटने और फर्जी एसओजी अधिकारी बनकर पैसे मांगने वाले, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में गिरफ्तार होने वाले आरोपियों की पहचान आफताब, जलीस अहमद उर्फ सलमान और मोहम्मद हनीफ उर्फ गुड्डू के रुप में हुई है.
कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जेल
गिरफ्तार किए गए तीनों ही आरोपी रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले हैं. पुलिस ने इनके कब्जे से लूटी गई बोलेरो कार और घटना में इस्तेमाल की गई एक स्कॉर्पियो कार को बरामद किया है. तीनों ही आरोपियों को पुलिस ने न्यायलय में पेश किया, जहां उन लोगों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
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