उधमसिंह नगर में अतिक्रमण के नाम पर मंदिर तोड़ने से नाराज ग्रामीणों का प्रदर्शन, वन विभाग पर लगाया बड़ा आरोप
Uttarakhand News: उधम सिंह नगर जनपद की सीमांत तहसील खटीमा में वन विभाग ने झनकईया में बने मंदिर को अतिक्रमण हटाने के नाम पर तोड़ दिया, जिससे नाराज ग्रामीणों ने एसडीएम के दफ्तर पर हंगामा किया.
Udham Singh Nagar News: उधम सिंह नगर जनपद की सीमांत तहसील खटीमा में वन विभाग ने झनकईया में बने मंदिर को अतिक्रमण हटाने के नाम पर तोड़ दिया, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है. नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को खटीमा तहसील के सामने विरोध प्रदर्शन किया और वन विभाग पर गलत तरीके से मंदिर पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि ये मंदिर कैनाल की भूमि पर निर्मित है. ग्रामीणों की मांग पर एसडीएम ने जमीन की पैमाइश करा कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
मंदिर को तोड़ने पर भड़के ग्रामीण
दरअसल उत्तर प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सरकारी जमीनों से अतिक्रमण को हटाने की मुहिम शुरू की जा चुकी है. इसी मुहिम के तहत खटीमा में वन विभाग की टीम ने झनकईया में बने मंदिर को वन भूमि पर अतिक्रमण बताकर तोड़ दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों का कहना है कि जिस मंदिर को ध्वस्त किया गया है वो वन विभाग नहीं बल्कि सरकारी कैनाल की भूमि पर बना हुआ है.
ग्रामीणो ने लगाया बड़ा आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग के अधिकारियों ने बिना नोटिस दिए ही इस मंदिर को तोड़ा है. उन्हें अपना पक्ष रकना का मौका तक नहीं दिया गया. जबकि इस मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए खुद सीएम धामी ने एक लाख रुपये दिए थे. ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट से इस पूरे प्रकरण में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं दूसरी तरफ एसडीएम ने भी भरोसा दिलाया कि इस मामले की जांच होगी और जो भी अधिकारी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.