Tiger Attack In Uttarakhand: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र के झाउ परसा गांव में बुधवार को जंगल में घास काटने गए एक ग्रामीण पर बाघ ने हमला कर दिया. बाघ के हमले से ग्रामीण की मौत हो गई. बता दें कि दस दिन के अंदर बाघ ने दो ग्रामीणों पर हमला कर मार डाला है. ग्रामीण की मौत के बाद अब वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा मंगवाया है.


10 दिन पहले भी बाघ के हमले में ग्रामीण की मौत
सुरई वन रेंज से सटे खटीमा के झाउ परसा गांव के निवासी उमा शंकर बुधवार को बाघ ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया, घायल उमाशंकर की मौत हो गई. उमाशंकर गांव के बाहर शारदा नहर के किनारे घास काटने गए थे, जहां बाघ ने उन पर हमला कर दिया था. 10 दिन पहले भी इसी एरिया में एक ग्रामीण को बाघ ने हमला कर मार दिया था. बाघ द्वारा लगातार दो ग्रामीणों की हत्या किए जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों द्वारा वन विभाग से बाघ को पकड़ने की मांग की गई है.


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मृतक के परिजनों को दिया जाएगा मुआवजा 
वहीं मौके पर पहुंचे वन विभाग के एसडीओ खटीमा शिवराज चंद ने मीडिया को बताया कि आज एक बाघ द्वारा झाउ परसा गांव के उमाशंकर उम्र 33 वर्ष की हत्या कर दी गई है. वन विभाग द्वारा सभी ग्रामीणों को कहा गया है कि कोई भी अकेले गांव के बाहर डैम क्षेत्र में घूमने ना जाए. साथ ही वन विभाग ने बाघ को पकड़ने की तैयारी शुरू कर दी गई है, टनकपुर से पिंजड़ा मंगवा लिया गया है. पिंजरे को शारदा डैम क्षेत्र में आज लगा दिया जाएगा. उम्मीद है जल्द इस बाघ को पकड़ लिया जाएगा. साथ ही मृतक उमाशंकर के परिजनों को वन विभाग द्वारा जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा.


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