Uttarakhand News Today: देश के युवा वर्ग गांव को छोड़कर मेट्रो सिटी में रहकर लग्जरी जिंदगी गुजारना चाहता है, इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो गांव की चुनौतियों का सामना करते हुए नई राह बनाते हैं. उन्हीं में से एक हैं उत्तराखंड के युवा किसान अनूप कुशवाहा, जो खेती से लाखों कमा रहे हैं और कई प्रेरणा स्रोत बनकर उभरे हैं.


उत्तराखंड के युवा किसान अनूप कुशवाहा ने यूट्यूब के माध्यम से जानकारी हासिल करके 2021 में ड्रैगन फ्रूट्स की खेती की शुरुआत की थी. उन्होंने सबसे पहले अपने एक एकड़ खेत में 2000 ड्रैगन फ्रूट्स के पौधे लगाए थे, तब से लेकर अब तक हर साल वह ड्रैगन फ्रूट्स से अच्छी कमाई कर रहें हैं. 


इसके अलावा अनूप कुशवाहा कई नए किसानों को ड्रैगन फ्रूट्स की खेती के बारे में जानकारी दे रहे हैं और साथ ही पौधे भी सप्लाई कर रहे हैं. अनूप कुशवाहा प्रदेश के उधम सिंह नगर जनपद की किच्छा तहसील क्षेत्र के छोटे से गांव राघवनगर के रहने वाले हैं. 


100 क्विंटल है उत्पाद की उम्मीद
अनूप कुशवाहा ने कोविड काल में साल 2020 में यूट्यूब पर ड्रैगन फ्रूट्स की वीडियो देखी. इसके बाद उन्होंने ड्रैगन फ्रूट्स की खेती से लेकर मार्केटिंग तक की जानकारी जुटानी शुरू की. अनूप ने साल 2021 में अपने एक एकड़ भूमि में 2000 ड्रैगन फ्रूट्स के पौधे लगाए थे. 


उनकी हर साल ड्रैगन फूड्स की पैदावार बढ़ती जा रही है. अनूप ने इस साल 100 क्विंटल से अधिक ड्रैगन फ्रूट्स की पैदावार होने की उम्मीद जताई है. युवा किसान अनूप कुशवाहा अब फलों के साथ- साथ पौधों की नर्सरी तैयार कर दूसरे किसानों को सप्लाई कर रहे हैं. 


अब अनूप कुशवाहा उत्तराखंड के साथ- साथ दूसरे प्रदेश के किसानों को ट्रेनिंग भी उपलब्ध कर रहें है. युवा किसान अनूप कुशवाहा के जरिये किए जा रहे प्रयासों की सूबे के राज्यपाल रिटायर जरनल गुरमीत सिंह ने किसान मेले के दौरान तारीफ भी कर चुके हैं.


बढ़ रहा ड्रैगन फ्रूट्स का उत्पादन
युवा किसान अनूप कुशवाहा ने जब 2021 में 2000 ड्रैगन फ्रूट्स के पौधे लगाए थे, पहले साल पौधों से सिर्फ 5 से 7 क्विंटल फ्रूट्स का ही उत्पादन हुआ था और दूसरे साल उत्पादन बढ़कर 82 क्विंटल तक पहुंच गया है. इस साल अब तक 55 क्विंटल फ्रू्टस की पैदावार हो चुकी है. अनूप ने इस बार 100 क्विंटल से अधिक पैदावार होने की उम्मीद जताई है. 


सोशल मीडिया से करते हैं मार्केटिंग
अनूप कुशवाहा अपनी नर्सरी में ड्रैगन फ्रूट्स के पौधों को तैयार कर दूसरे किसानों को सप्लाई कर रहे हैं. साथ ही दूसरे किसानों को ड्रैगन फ्रूट्स की खेती के बारे में ट्रेनिंग भी उपलब्ध करा रहें हैं, जिससे अधिक से अधिक किसान ड्रैगन फ्रूट्स की खेती कर अपनी आय को बढ़ सकें.


युवा किसान अनूप कुशवाहा ड्रैगन फ्रूट्स और उसके पौधे की मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग करते हैं. अनूप कुशवाहा ने बताया कि सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर बिना किसी खर्च के हम अपनी मार्केटिंग करते हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से देश के अलग-अलग हिस्सों के किसान हमारे साथ जुड़कर काम कर रहे हैं.


यूट्यूब से आया खेती का विचार
अनूप कुशवाहा ने बताया कि 2020 में कोविड काल के दौरान यूट्यूब पर वीडियो देखकर ड्रैगन फ्रूट्स की खेती का विचार आया था. हालिया दिनों में वह फ्रूट्स के साथ-साथ पौधे भी सप्लाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आज उनके साथ देश के लगभग ढाई सौ किसान जुड़े हुए हैं. 


अनूप कुशावाहा ने कहा कि उनका उद्देश्य देश की धरती पर पैदा हो रहे हैं इस ड्रैगन फ्रूट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना है, हमारे खेत में तैयार ड्रैगन फ्रूट्स उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल और उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद और बरेली जिला में सप्लाई किया जाता है. 


(उधम सिंह नगर वेद प्रकाश यादव की रिपोर्ट)


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