UGC- नेट परीक्षा रद्द होने से अभ्यर्थियों में नाराजगी, बोले- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो
UP News:यूजीसी नेट परीक्षा रद्द किए जाने पर प्रयागराज के अभ्यर्थी बहुत नाराज है. अभ्यर्थियों ने कहा कि जिस तरह बिना हिंसा गड़बड़ी के चुनाव कराए जा सकते है तो परीक्षाओं को क्यों नहीं कराया जा सकता.
Prayagraj News: शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को देश के विभिन्न शहरों में यूजीसी नेट परीक्षा आयोजित की थी. वहीं पेपर लीक के आरोपों के चलते UGC नेट की परीक्षा रद्द किए जाने से संगम नगरी प्रयागराज के अभ्यर्थी खासे निराश है.अभ्यर्थियों में जबरदस्त नाराजगी और गुस्सा है. अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से हर एक बड़ी परीक्षा के पेपर लीक हो रहे हैं या फिर उनमें गड़बड़ी व धांधली किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि परीक्षाओं पर विश्वास बनाए रखने के लिए वह फूल प्रूफ प्लानिंग करे और परीक्षाओं को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से आयोजित कराए.
अभ्यर्थियों के मुताबिक रद्द हुई परीक्षा के लिए उन्होंने काफी समय से तैयारी की हुई थी. परीक्षा रद्द होने के बाद उनकी मेहनत पर पानी फिर चुका है. उन्हें लगता है कि अब परीक्षाओं में शामिल होने का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि हर बड़े इम्तिहान में कुछ ना कुछ गड़बड़ी जरूर सामने आ रही है. इससे उनकी तैयारियों पर भी असर पड़ता है, क्योंकि मन में यह शंका बनी रहती है कि अच्छा पेपर होने से भी कामयाबी नहीं मिलने वाली है.
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब देश में चुनाव बिना किसी हिंसा या गड़बड़ी के कराए जा सकते हैं तो परीक्षाओं को क्यों नहीं कराया जा सकता. परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है, ताकि इस तरह की गलती दोबारा ना हो सके.
क्या बोले परीक्षा में शामिल अभ्यार्थी
परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी आकांक्षा सिंह, उपेंद्र तिवारी, उपासना तिवारी ने कहा है कि मजबूत इच्छा शक्ति के जरिए ही पेपर लिख जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है. इनके मुताबिक देश में जब चुनाव को बिना हिंसा और बिना गड़बड़ी के संपन्न करा लिया जाता है, तो महज कुछ लाख अभ्यर्थियों वाली परीक्षाओं में धांधली कैसे हो जाती है. इन्हें रोकने के फूल प्रूफ अरेंजमेंट क्यों नहीं किए जाते. किसी भी मामले में दोषियों को इतनी कड़ी सजा क्यों नहीं दी गई. जिसके चलते भविष्य पेपर लीक जैसी घटनाओं पर अंकुश लग सके. कई अभ्यर्थियों ने तो यह भी कहा है कि परीक्षा के सिस्टम से उनका विश्वास अब घटता जा रहा है.
ये भी पढ़ें: एनेक्सी भवन में थे मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद, बाहर धरने पर बैठे मछली पालक, की ये मांग