महाकुंभ में बुलेट संग पहुंचे अद्भुत स्वामी श्री कृष्ण, नहीं करते ये तीन काम, 18 साल पहले महाकाल ने दिए थे दर्शन
महाकुंभ में बुलेट संग पहुंचे अद्भुत स्वामी श्री कृष्ण, नहीं करते ये तीन काम, 18 साल पहले महाकाल ने दिए थे दर्शन
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में बाबाओं के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. इसी कुंभ में एक कृष्ण स्वरूप के बाबा से मुलाकात हुई जिनका नाम अद्भुत स्वामी श्री कृष्ण है. कृष्ण स्वरूप वाले बाबा हमेशा बुलेट से चलते हैं उनके शरीर पर कृष्ण भगवान की वेशभूषा रहती है. वह चश्मा लगाकर चलते हैं. सिर में पीछे मोर पंख लगाया है उन्होंने और हाथ में मुरली रहती है. वो कहीं भी जाते हैं अपनी बुलेट से जाते हैं और इसी स्वरूप में रहते हैं.
कृष्ण के स्वरूप वाले बाबा ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि आदमी को हरदम प्रसन्न रहना चाहिए क्योंकि विधाता ने जिसके भाग में जो लिख दिया है उसको आपको भोगना ही पड़ेगा. इसलिए आनंद में रहिए और भगवान का नाम लीजिए. उन्होंने कहा 18 साल पहले भगवान महाकालेश्वर ने उज्जैन में मुझे ऐसा स्वरूप दिखाया और तब से मैं ऐसे ही रहता हूं. उन्होंने बताया कि महाकाल बाबा ने उन्हें भक्ति करने और भगवान का प्रचार करने का संदेश दिया था और तब से वो वही कर रहे हैं.
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'सनातन धर्म जागृत हो रहा'
उन्होंने कहा आज ऐसा लग रहा जैसे अभी सतयुग आ रहा है और सनातन धर्म जागृत हो रहा है. इस साल 144 साल बाद पड़े इस कुंभ को लेकर कहा कि ऐसा मेला जो आया है ऐसा पृथ्वी पर पहली बार कुंभ का मेला लग रहा है. बाद में लगेगा या नहीं यह तो भविष्य बताए गा. पर आज सब इतना सुंदर और इतने भाव है आये है, इतने प्यारे लोग हो गए हैं कि बताया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा लोगों पर भगवान का आशीर्वाद है , लोग प्रसन्न है और यह भव्य कुंभ मनाया जा रहा है.
उन्होंने पिछली बार से के कुंभ से तुलना करते हुए कहा पिछले कुंभ में और इस कुंभ में जमीन आसमान का अंतर है. अगर पिछले कुंभ को 50 नंबर दिए जाते थे तो इस कुंभ को 100 नंबर दिए जाने चाहिए. मैं तो यहां बुलेट से चलता हूं और कुंभ में इतनी अच्छी सड़क मिली है जैसी कभी नहीं मिली.
उन्होंने लोगों से कहा कि आप यहां स्नान करने आईए, और जो कुछ करना है करिए पर भगवान का भजन जरूर करिए. शास्त्रों में लिखा है कि भगवान की 16 मालाएं करना चाहिए पर हमारे पास तो महामंत्र है और अगर आप महामंत्र की एक माला जपेंगे तो आपकी 16 मालाएं पूरी हो जाएंगे.
उन्होंने बताया कि लोगों को "हरे कृष्णा हरे कृष्णा , कृष्णा कृष्णा हरे हरे. हरे रामा हरे रामा, रामा रामा हरे हरे. हरे कृष्णा ,हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे. हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे" का जप करना चाहिए. यह मंत्र करने से 16 मालाओं का जप पूरा हो जाता है. उन्होंने अपने बारे में बताते हुए कहा कि वह तीन काम नहीं करते. जिसमे वह बांसुरी नहीं बजाते , ना हीं वह चश्मा उतारते हैं और ना ही मैं किसी से रुपए लेते हैं.