Haridwar News: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (Uttarakhand Public Service Commission) की जेई, एई और पटवारी परीक्षा के पेपर लीक (Paper Leak) मामले में विशेष जांच दल (SIT) द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. कई आरोपियों को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है. परीक्षा घोटाले में एसआईटी ने शनिवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. 


एसआईटी ने आईएएस कोचिंग एकेडमी के नाम से उधम सिंह नगर के रुद्रपुर में कोचिंग सेंटर चलाने वाले दीपेंद्र पवार को गिरफ्तार किया है.  जो मुख्य आरोपी संजय धारीवाल के साथ मिलकर लाखों रुपये की धनराशि अपने परिचितों के खातों में मंगवाता था. एसआईटी परवेक्षक अजय सिंह का कहना है कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में जेई, एई और पटवारी पेपर लीक मामले में एसआईटी द्वारा 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.


आरोपियों ने छात्रों से मंगवाए थे पैसे, रटवाया था पेपर
बताया जा रहा है कि दीपेंद्र पवार ने छात्रों से अपने अकाउंट में पैसे मंगवाए थे और खुद भी परीक्षा देने के लिए एक रिसोर्ट में आया था. एसआईटी ने अब तक 25 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. इस मामले में कनखल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. बता दें क एसआईटी ने संजय धारीवाल के भाई को भी गिरफ्तार किया है. उसने अभ्यर्थियों को उत्तर रटवाने में मदद की थी.


इसके अलावा उसने फरार चल रहे संजय को भी अपने घर में रखा था. एई और जेई भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले का खुलासा पटवारी भर्ती परीक्षा के बाद हुई थी. एसआईटी ने संजय  धारीवाल के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. इसके साथ ही उनकी संपत्ति को कुर्क करने के लिए मुनादी करते हुए नोटिस भी चिपकाया जा चुका है.


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