Ukraine Crisis MBBS Student Case: यूक्रेन में फंसे भारतीय मेडिकल के छात्रों के अभिभावक आज इकट्ठा होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां पर उन्होंने अपर उपजिलाधिकारी विजेंद्र कुमार को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर अपने छात्रों के सुरक्षित वतन वापसी की गुहार लगाई है. ज्ञापन देने वालों में एक छात्रा के पिता पंकज धीरज ने बताया कि अलीगढ़ के 45-46 छात्र यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं.


लेकिन यूक्रेन के अंदर जो दूतावास है उसको वहां के तनातनी के हालात को देखते हुए भारतीय स्टूडेंट और उनके अभिभावकों को पहले सूचित करना चाहिए था ताकि वह वक्त रहते भारत आने की व्यवस्था कर लेते लेकिन वर्तमान में जो हालात युद्ध के बने हुए हैं तब कल 15 फरवरी को एडवाइजरी जारी की गई कि भारतीय छात्र अपने घर जा सकते हैं इसके साथ ही फिलहाल फ्लाइटों के किराया जो 22/23 हजार रुपए था आज एक/डेढ़ लाख रुपए किराया हो गया है. इसके बावजूद फ्लाइट मौजूद नहीं है. कई देशों ने अपनी फ्लाइट कैंसिल कर दी हैं इसलिए हम जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देने आए थे ताकि हमारी पीड़ा प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री तक पहुंच सके और छात्रों को भारत में एअरलिफ्ट कराया जा सके.


वहीं ज्ञापन लेने आए अपर उप जिलाधिकारी अलीगढ़ विजेंद्र कुमार ने बताया कि यूक्रेन में पढ़ रहे छात्रों के अभिभावकों ने ज्ञापन दिया है कि वहां पर टिकट काफी महंगी हो गई है और काफी दिनों बाद मिल रही है इसलिए हमारे छात्रों को जल्द से जल्द भारत बुलवाया जाए. इस संबंध में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया है.


एमबीबीएस के छात्र की मां काजल धीरज ने बताया कि अलीगढ़ के क्या हमारे यूपी के बहुत सारे बच्चे यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं और एकदम वहां के लोगों ने बोल दिया है कि आप अपने छात्रों को बुला लीजिए, ऐसे में अचानक कौन कैसे कहां से बुला लेगा? क्योंकि पहले 20 से 22 हजार रुपये टिकट थी लेकिन अब वही टिकट एक से डेढ़ लाख रुपये की हो गई है और एमबीबीएस की पढ़ाई ऑनलाइन नहीं होती यह ऑफलाइन ही होती है लेकिन कल अचानक उन्होंने बोल दिया कि आप अपने छात्रों को बुला लीजिए और इन लोगों ने छात्रों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की. फ्लाइट उन्होंने बंद कर रखी है और जो पहले की बुकिंग थी वह 27-28 फरवरी तक की थी और आप बताइए ऐसे में पैरेंट्स क्या करेंगे? छात्र वहां के हालात ठीक बता रहे हैं लेकिन चैनलों पर जो चल रहा है उससे तो नहीं पता चलता कि वहां के हालात ठीक हैं.


रूस और यूक्रेन में तनातनी के बीच मेडिकल की पढ़ाई कर रहे अलीगढ़ के छात्रों के परिजनों ने प्रधानमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन देकर छात्रों के वतन वापसी की गुहार लगाई है.


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