Ukraine-Russia Crisis: कानपुर के एक ही परिवार के दो सदस्य यूक्रेन में फंसे हैं. यूक्रेन में फंसे भाई और बहन को खाने को भोजन नहीं मिल पा रहा है. परिजनों के मुताबिक भारतीय दूतावास ने अब तक संपर्क नहीं किया है. परिजनों ने घर सुरक्षित पहुंचाने की अपील भारत सरकार से की है.


सगे भाई बहन आरव और अक्षरा यूक्रेन के शहर खारकीव में हैं. एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए भाई बहन रूस के हमले के बाद वहां फंस गए हैं. वहीं परिजन उनकी वापसी का कोई इंतजाम नहीं होने से खासे परेशान हैं.


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आपको बता दें कि शहर के ग्वालटोली इलाके के रहने वाले वकील विनोद यादव का बेटा आरव और बेटी अक्षरा यूक्रेन में एमबीबीएस 4th semester की पढ़ाई कर रहे हैं. दोनों नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ खारकीव में एमबीबीएस के चौथे सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहे हैं. रूस के हमले के बाद से वह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के बेसमेंट में रह रहे हैं.


फिलहाल उनके वतन वापसी के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. जिसके चलते उनके परिजन परेशान हैं. परिजनों का कहना है कि सरकार को उनकी वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए. तब तक सरकार ऐसी व्यवस्था करें कि बच्चे वहां सुरक्षित रहे और उनके खाने पीने का इंतजाम होता रहे. परिजनों का कहना है कि बेटा बेटी दोनों खुद के सुरक्षित होने की बात कह रहे हैं.


उन्होंने बताया है कि खारकीव में लगातार विस्फोट की आवाजें सुनाई दे रही हैं. ऐसे में उन्हें बच्चों की सुरक्षा की चिंता सता रही है. हेल्पलाइन नंबर्स भी मां बाप ने बच्चों को भेजा है. बता दें कि 300 छात्र वहां पर फंसे हुए हैं.


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