Badrinath: कांग्रेस ने की उत्तराखंड में हुए भर्ती घोटाले की CBI जांच की मांग, बद्रीनाथ MLA राजेंद्र भंडारी ने निकाली रैली
उत्तराखंड में विभिन्न विभागों में भर्तियों में हुई धांधली की कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की है. इसी को लेकर आज बद्रीनाथ में विधायक राजेंद्र भंडारी ने रैली का आयोजन किया था.
Uttarakhand News: प्रदेश में यूकेएसएससी (UKSSSC) और विधानसभा (Assembly) सचिवालय के साथ विभिन्न विभागों की भर्तियों में हुए घोटाले की सीबीआई जांच (CBI Investigation) की मांग को लेकर कांग्रेस ने रैली निकाली. बद्रीनाथ (Badrinath) विधायक राजेंद्र भंडारी (Rajendra Bhandari) के नेतृत्व में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के बैनर तले नन्दानगर घाट में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया. जहां रैली के समापन के बाद कांग्रेसियों ने तहसील प्रशासन के माध्यम से सरकार को भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच करवाने को लेकर ज्ञापन भेजा.
युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे - राजेंद्र भंडारी
मंगलवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने नन्दानगर घाट तिराहा से बस स्टैंड तक रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बद्रीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी कार्यक्रम में मौजूद रहे, उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी ने जिस तरह के हालात तैयार कर दिए हैं, ये जनता के विश्वास पर कुठाराघात है, आज मेहनत कस युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश वासियों को जीरो टॉलरेंस का सपना दिखाया लेकिन असल स्थिति आज लोगों के सामने आई है, जिसमें नेताओं ने अपने अपने लोगों को रिश्तेदारों को बैकडोर से नौकरी लगा दी.
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2002 के बाद से हुई भर्तियों की कराई जाए जांच - राजेंद्र भंडारी
राजेंद्र भंडारी ने कहा कि अब मुद्दा ये नहीं कि घोटाला किसने किया बल्कि मुद्दा ये है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सीबीआई जांच हो. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने नन्दानगर घाट तिराहा से बस स्टैंड तक रैली निकालकर कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2002 से वर्तमान समय तक जितनी भर्तियां हुई हैं जिनमें घोटाले का संदेह है उनकी जांच सीबीआई से हो और हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच कराई जाए. उन्होंने कहा कि हाकम सिंह केवल एक मोहरा हैं, इसके पीछे ब्यूरोक्रैट ओर सफेदपोश संलिप्त हैं, इन सबका चेहरा जनता के सामने लाना होगा. उत्तराखंड की अस्मिता के लिए एक बार फिर से बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों को सड़कों पर उतरना होगा.
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