(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
उत्तराखंड त्रासदी पर बोलीं उमा भारती, कहा- मैं हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट शुरू करने के खिलाफ थी
उत्तराखंड में मची तबाही पर बीजेपी नेत्री उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ग्लेशियर टूटने से हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि मंत्री रहते हुए वह इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के खिलाफ थीं. उन्होंने अपने लोगों से आपदा में फंसे लोगों की हरसंभव मदद करने की अपील भी की है.
उत्तराखंड में चमोली ग्लेशियर टूटने से बड़ी तबाही मची है. मौके पर बचाव दल मौजूद है और बताया जा रहा है कि 150 से अधिक लोग लापता हैं. इसी बीच बीजेपी नेत्री उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मंत्री रहते हुए गंगा और उसकी प्रमुख सहायक नदियों पर बांध बनाने की योजना पर उन्होंने पहले भी कहा था. उन्होंने रविवार को ट्वीट कर कहा कि ग्लेशियर टूटने से हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट को भी भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने आगे लिखा, "मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं. उत्तराखंड देवभूमि है. वहां के लोग बहुत कठिनाई से जीवन जीकर तिब्बत से लगी सीमाओं की रक्षा के लिए सजग रहते हैं. मैं उन सबकी रक्षा के लिए भगवान से कामना करती हूं."
अपने लोगों से की खास अपील
उमा भारती ने ट्वीट कर कहा, "जिला चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी सहित सभी जिलों में रहने वाले अपने आत्मीय लोगों से अपील करती हूं कि इस आपदा से प्रभावित लोगों की रक्षा व सेवा कार्यों में लग जाइए." इस अलावा, उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में एकजुट रहने की आवश्यकता है.
ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट तबाह
सबसे पहले रैणी गांव के पास ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट में सैलाब ने तबाही मचाई. पावर प्रोजेक्ट को ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को तहस-नहस कर दिया. सैलाब में ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट 2005 में बना था. ये पावर प्रोजेक्ट 13 मेगावॉट से ज्यादा क्षमता का निजी प्रोजेक्ट है. इस पावर प्रोजेक्ट को लेकर कई विवाद भी रहे हालांकि यहां पर बिजली उत्पादन शुरू हो गया था. इस प्रोजेक्ट में करीब 35 लोग काम करते थे, जिनमें चार पुलिसकर्मी की भी ड्यूटी थी. दो छुट्टी पर थे और दो लापता हैं. करीब 30 लोग अभी भी लापता है.
सीएम ने की मुआवजे की घोषणा
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि घटना में जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उन सभी को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा राज्य सरकार देगी. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, "हमारी सेना के लोग वहां पहुंच गए हैं. NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है. मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर के वहां कैंप किए गए हैं."
मौसम विभाग ने दी अहम जानकारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि उत्तराखंड के चमोली, तपोवन और जोशीमठ में सात और आठ फरवरी को प्रतिकूल मौसम की कोई आशंका नहीं है. ऐसे में यह हिमखंड टूटने से प्रभावित हुए क्षेत्रों के लिए यह काफी राहत की बात है. आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक आनंद शर्मा ने कहा कि इन दोनों दिनों में चमोली, तपोवन और जोशीमठ में शुष्क मौसम रहने का अनुमान है.
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