Umesh Pal Case: उमेश पाल के अपहरण केस में नामजद माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ को भारी सुरक्षा के बीच सोमवार शाम नैनी केंद्रीय जेल (Naini Jail) लाया गया. उमेश पाल अपहरण केस में प्रयागराज (Prayagraj) की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट (MP MLA Court) का फैसला मंगलवार को आएगा. अधिकारियों के मुताबिक ये केस 17 साल पुराने है.


इससे पहले सोमवार दोपहर से ही नैनी जेल में पुलिस बल की भारी तैनाती कर दी गई है. जबकि मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगा हुआ है. नैनी केंद्रीय जेल के एक उच्च अधिकारी ने बताया की अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. उन्होंने बताया कि वहीं अतीक के बेटे अली को एक अलग बैरक में रखा गया है. प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा के मुताबिक 17 साल पुराने अपहरण के एक मामले में आरोपियों को 28 मार्च को अदालत में पेश किया जाना है.


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क्या है मामला?
सुबह करीब 11 बजे अतीक और उसके भाई अशरफ को नैनी सेंट्रल जेल से स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा. बीएसपी विधायक राजू पाल मर्डर केस में मुख्य गवाह उमेश पाल से ये जुड़ा हुआ मामला है. आरोप है कि 28 फरवरी 2006 को अतीक अहमद और अशरफ ने उमेश पाल का अपहरण कराया था. उमेश पाल को मारपीट करने के बाद परिवार समेत जान से मारने की धमकी देते हुए कोर्ट में जबरन हलफनामा दाखिल कराया गया.


2007 में मायावती की सरकार बनने के बाद उमेश पाल ने पांच जुलाई 2007 को अतीक और अशरफ समेत 5 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस की जांच में छह अन्य लोगों के नाम सामने आए. कोर्ट में अतीक और अशरफ समेत 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई. 2009 से मुकदमे का ट्रायल शुरू हुआ. अभियोजन यानी सरकारी पक्ष से कुल 8 गवाह पेश किए गए. 11 आरोपियों में से अंसार बाबा नाम के आरोपी की मौत हो चुकी है. अतीक और अशरफ समेत कुल 10 आरोपियों के खिलाफ अब मंगलवा को कोर्ट का फैसला आ सकता है.