Umesh Pal Murder News : माफिया अतीक अहमद और उमेशपाल हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार अतीक के करीबियों के कनेक्शन खंगालने में जुटी है. हर दिन पुलिस इस केस में नई नई जानकारियाँ मिल रहीं हैं. इसी जाँच के दौरान एसआईटी को उमेशपाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले अतीक के बेटे असद के व्हाट्सएप ग्रुप में फ़तेहपुर जिले के कई लोगों के जुड़े होने की बात सामने आई है. प्रकरण की जांच में जुटी एसआईटी, एसटीएफ की टीमें ग्रुप में जुड़े सदस्यों तक जल्द पहुंच सकती हैं.


पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन लोगों ने अपने नंबरों को बंद कर रखा है. नंबर के आधार पर पूरे लोगों की पहचान हो चुकी है. दरअसल, माफिया अतीक अहमद का बेटा असद शेर-ए-अतीक नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाता था. पुलिस की जांच में जहानाबाद, हुसैनगंज, हथगांव, खखरेडू, सदर कोतवाली के पनी मोहल्ला सहित कई इलाकों के लोग संदिग्ध पाए गए हैं. इस ग्रुप में करीब 200 सदस्य जुड़े थे.


उमेश पाल हत्याकांड के नवंबर महीने में ही ये ग्रुप बंद कर दिया गया था. जिले में 20 से 25 सदस्य होना बताया जा रहा है. जिनकी तलाश में एसटीएफ और एसआईटी के आने की संभावना जताई जा रही है. कुछ समाजवादी पार्टी के नेताओं पर भी पुलिस की पैनी नज़र है. हालांकि जिले में अतीक के जुड़ाव रखने वाले हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद अहमद और उसके भाई जर्रार को पुलिस जेल भेज चुकी है. इसके अलावा अतीक के कनेक्शन में रहने वाले 35 लोगों के नामों की सूची प्रयागराज पुलिस ने भेजी थी. उनके ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है.


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उमेशपाल हत्याकांड से जुड़े हो सकते हैं व्हाट्सएप ग्रुप के तार 
जांच में यह सामने आया है कि इस व्हाट्सएप ग्रुप में असद अपने भाई अली और पिता अतीक अहमद के वीडियो रील्स और फोटो शेयर करता था. असद का मोबाइल हाथ लगने के बाद यूपी एसटीएफ के पास यह जानकारी सामने आई है. पुलिस जांच कर रही है कि उमेश पाल हत्याकांड के ठीक पहले इस ग्रुप को बंद क्यों किया गया ? कहीं इसके तार हत्याकांड से जुड़े तो नहीं है.