UP News: उमेश पाल मर्डर केस (Umesh Pal Murder Case) में आरोपी माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के परिवारवालों द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी (Nand Gopal Nandi) ने सफाई दी है. दरअसल, अतीक के परिवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मंत्री नंदी ने अतीक अहमद से 5 करोड़ रुपये उधार लिए थे और वापस नहीं कर रहे थे. इसके साथ ही मंत्री नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता जो लगातार दो बार मेयर थी, वह अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को बीएसपी से मेयर का टिकट मिलने से नाखुश थीं और उन्होंने ही साजिश कर फंसाया है.
यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में कानून का शासन है. योगी सरकार अपराधियों और माफियाओं के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है. उमेश पाल हत्याकांड में भी कार्रवाई पूरी सख्ती के साथ इसी दिशा में अग्रसर है इसीलिए ये बेसिर-पैर की बातें मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने और गुमराह करने का असफल प्रयास है. ये तथ्यहीन, अनर्गल और बेतुकी बातें हैं. मेयर चुनाव से इसको जोड़ना न केवल फिजूल है बल्कि हास्यास्पद भी है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी और प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी पर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने का सोमवार को आरोप लगाया. साथ ही कहा कि मंत्री नंदी ने अतीक अहमद से 5 करोड़ रुपये उधार लिए थे और वापस नहीं कर रहे थे. आयशा ने आगे कहा था कि उनकी भाभी और अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को बसपा द्वारा महापौर का प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद से शाइस्ता परवीन अभिलाषा के रास्ते का रोड़ा बन गयी हैं. इसी वजह से उमेश पाल हत्याकांड का षड्यंत्र रचा, जिससे शाइस्ता परवीन महापौर का चुनाव न लड़ सकें.
यह भी पढ़ें:-