Umesh Pal Murder: हत्या के 4 दिन बाद भी खाली हाथ यूपी पुलिस, 40 संदिग्धों से पूछताछ, कई हिरासत में, लेकिन आरोपी गिरफ्त से बाहर
राजू पाल मर्डर केस (Raju Pal Murder Case) के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) की हत्या के चार दिन बाद भी यूपी पुलिस (UP Police) के हाथ खाली हैं. मुख्य आरोपी अभी गिरफ्त के बाहर हैं.
Umesh Pal Murder Case: बीएसपी (BSP) विधायक राजू पाल मर्डर केस (Raju Pal Murder Case) के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) और सरकारी गनर की हत्या का शुक्रवार को हुई थी. लेकिन इस हत्याकांड के चार दिन होने के बाद भी यूपी पुलिस (UP Police) के हाथ अभी खाली है. इस मामले का खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है.
घटना को हुई चार दिन बीत जाने के बाद अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. अब तक 40 से ज्यादा संदिग्ध लोगों से पुलिस पूछताछ कर चुकी है. पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में भी लिया हुआ है. जबकि शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम अब भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. इनके कई करीबियों को पुलिस और एसटीएफ ने शक के आधार पर हिरासत में लिया है.
ताबड़तोड़ छापेमारी
जबकि अधिकारियों के अनुसार दी गई जानकारी में बताया गया है कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. प्रयागराज के साथ ही कौशांबी, जौनपुर, आजमगढ़, बस्ती और मऊ जिले में छापेमारी की गई है. बस्ती जिले से भी एसटीएफ ने एक संदिग्ध को उठाया है, जिसका शूटर गुड्डू मुस्लिम और माफिया अतीक अहमद से पुराना रिश्ता है.
18 साल पहले हुए बीएसपी के तत्कालीन विधायक राजू पाल के चर्चित मर्डर केस में अतीक अहमद के साथ ही गुड्डू मुस्लिम भी आरोपी है. बता दें कि उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, अतीक के भाई अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
इस हत्याकांड में धारा 147, 148, 149, 302, 307, 506, 120-बी, 34, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 की धारा 3 और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम, 1932 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया. बता दें कि उमेश पाल के एक और सुरक्षाकर्मी हालत नाजुक है.