Umesh Pal Shootout Case: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के परिवार और करीबियों पर एक बार फिर से कानूनी शिकंजा कसा है. प्रयागराज पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के दो बेटों और बहनोई के साथ ही दर्जन भर करीबियों के खिलाफ भी गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. गैंग चार्ट में माफिया अतीक के दूसरे नंबर के बेटे अली अहमद को गैंग लीडर बताया गया है, जबकि सबसे बड़ा बेटा और बहनोई समेत बाकी 14 लोग गैंग के सक्रिय सदस्य के तौर पर रजिस्टर्ड हुए हैं.


जिन 15 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज हुआ है, उनमें माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार और गिरोह के मुकदमों की पैरवी करने वाले दो वकील भी शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत यह मुकदमा प्रयागराज के धूमनगंज थाने में दर्ज किया गया है. जिन 15 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है, वह सभी प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल और दो सरकारी गनर शूटआउट केस में शामिल थे. 


जेल में बंद हैं 12 आरोपी
इनमें से बारह आरोपी जेल में बंद हैं, जबकि तीन शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान बिहारी और मोहम्मद मुस्लिम फरार चल रहे हैं. यूपी पुलिस ने इन तीनों फरार शूटरों पर पांच पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. हालांकि, अतीक अहमद के परिवार की तीन महिलाओं का नाम भी उमेश पाल शूटआउट केस में सामने आया है. तीनों महिलाएं फरार चल रही हैं और तीनों पर इनाम भी घोषित है, लेकिन गैंगस्टर के केस से फिलहाल इन्हें अलग रखा गया है.


प्रयागराज के धूमनगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर को उत्तर प्रदेश गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम की धारा 2 और 3(1) के तहत रजिस्टर्ड किया गया है. प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद के दूसरे नंबर के बेटे अली अहमद को गैंग लीडर बताया गया है, जबकि लखनऊ जेल में बंद सबसे बड़े बेटे मोहम्मद उमर और जेल में बंद बहनोई अखलाक अहमद को सक्रिय सदस्य बताया गया है. माफिया अतीक और उसके परिवार व गिरोह के लिए काम करने वाले वकील विजय कुमार मिश्रा और खान सौलत हनीफ को भी सक्रिय सदस्य बताया गया है.


इन पर दर्ज हुआ गैंगस्टर एक्ट
जिन अन्य लोगों के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज हुआ है उनमें कैश अहमद, राकेश उर्फ  नाकेश उर्फ लाला, मोहम्मद अरशद, नियाज अहमद, अरशद कटरा, शाहरुख और सदाकत खान शामिल हैं. इनके अलावा पांच-पांच लाख रुपये के इनामी तीनों शूटरों के नाम भी शामिल हैं. प्रयागराज के डीसीपी सिटी अभिषेक भारती के मुताबिक केस दर्ज होने के बाद अब इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी. एफ आई आर के मुताबिक इस गिरोह के लोग रंगदारी वसूलने, जमीन कब्जा करने, हत्या, फिरौती के लिए अपहरण जैसी सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देकर कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा करते हैं.


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